जोधपुर, चार जून राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद को जोधपुर की जनता का ‘प्रथम सेवक’ बताते हुए रविवार को कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह जादू के करतब दिखाकर पैसा जुटाएंगे लेकिन जिले के लोगों को निराश नहीं होने देंगे. यह भी पढ़े: Ashok Gehlot Masterstroke: चुनावी साल में गहलोत का छक्का, राजस्थान में 19 नए जिले बनाने का ऐलान, BJP को बैकफूट पर ढकेलने की कोशिश
कांग्रेस नेता गहलोत (72) का जन्म जोधपुर में पेशेवर जादूगरों के एक परिवार में हुआ था
उन्होंने 15वीं सदी के मेहरानगढ़ किले में आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए नवनिर्मित सड़क ‘राव जोधा मार्ग’ के उद्घाटन के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए यह बाद कही गहलोत ने जोधपुर के विकास में अपनी भूमिका का हवाला देते हुए कहा कि वह 42 साल पहले, पहली बार सांसद बने थे.
उन्होंने कहा, “तब जोधपुर क्या था? पानी नहीं, ट्रेन नहीं। लेकिन आज पानी, बिजली, ट्रेन, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य का बुनियादी ढांचा है...उन्होंने कहा कि अगर कोई जोधपुर पर शोध करेगा तो वह उसके विकास के बारे में जानेगा और देखेगा कि जोधपुर पहले क्या था और अब क्या हो गया है.
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