मुंबई, 10 मई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे उनके अयोध्या दौरे को लेकर भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह की टिप्पणी पर जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं. उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कुछ दिन पहले कहा था कि राज ठाकरे को अयोध्या जाने से पहले उत्तर भारतीयों से माफी मांगनी चाहिए. राकांपा की महाराष्ट्र इकाई के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने सवाल किया कि ठाकरे, “जो महाराष्ट्र में आदेश और अल्टीमेटम जारी करते रहते हैं, भाजपा सांसद को जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं.’’
तापसे ने दावा किया, ‘‘उत्तर भारतीयों से माफी मांगने पर ही ठाकरे की अयोध्या यात्रा होगी. लेकिन, अगर वह ऐसा करते हैं तो महाराष्ट्र में मराठी मानुषों के सामने अपना मुंह नहीं खोल पाएंगे. भाजपा ने ठाकरे को राजनीतिक रूप से फंसा दिया है.’’ राज ठाकरे ने हाल में महाराष्ट्र सरकार को तीन मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए चेतावनी दी थी. उन्होंने यह भी कहा था कि वह भगवान राम का आशीर्वाद लेने के लिए पांच जून को अयोध्या जाएंगे. तापसे ने एक बयान में कहा, ‘‘सिंह ने राज ठाकरे के बढ़े हुए अहंकार को समाप्त करने के लिए शर्त रखी है.’’ राकांपा नेता ने यह भी दावा किया कि ठाकरे की प्रस्तावित अयोध्या यात्रा का भाजपा सांसद सिंह द्वारा किया गया विरोध मनसे प्रमुख के संबंध में भाजपा के ‘‘वास्तविक रुख’’ को दर्शाता है. यह भी पढ़ें : Paper Leak Case: पेपर लीक मामले में आंध्रप्रदेश के पूर्व मंत्री नारायण गिरफ्तार
तापसे ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई मुद्दों पर विचार रखते हैं, लेकिन ठाकरे की प्रस्तावित यात्रा पर चुप्पी साधे हुए हैं. इस बीच, महाराष्ट्र के मंत्री एवं राकांपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल ने बिना किसी का नाम लिए कहा, “कुछ लोग यहां दंगे होते देखना चाहते हैं. वे चाहते हैं कि राज्य में कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा हो. लेकिन, हमें उनकी साजिश का शिकार नहीं होना चाहिए.’’ जल संसाधन मंत्री ने कहा, ‘‘हमें राज्य में शांति का माहौल बनाने और सामाजिक एकता बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए.’’ ठाकरे का नाम लिए बगैर पाटिल ने कहा कि कुछ लोग लाउडस्पीकर का मुद्दा उठा रहे हैं तो कुछ लोग किसी और के घर ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ करने पर जोर दे रहे हैं. पाटिल ने कहा कि देश में ‘‘अजीब’’ स्थिति पैदा करने की कोशिश की जा रही है.