यह सौदा इस साल पूरा होने की उम्मीद है, लेकिन इसके लिए अभी शेयरधारकों और अमेरिकी नियामकों की मंजूरी ली जानी है. मस्क ने 14 अप्रैल को ट्विटर को खरीदने की पेशकश की थी. मस्क ने कहा है कि वह ट्विटर को इसलिए खरीदना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें नहीं लगता कि यह स्वतंत्र अभिव्यक्ति के मंच के रूप में अपनी क्षमता पर खरा उतर पा रहा है. ट्विटर के बोर्ड ने सोमवार को सर्वसम्मति से उनके प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है और शेयरधारकों से भी ऐसा करने की सिफारिश की है.
यह सौदा एक अप्रैल को ट्विटर के बंद भाव पर 38 प्रतिशत प्रीमियम के साथ हुआ. बोर्ड ने कहा कि यह मस्क ने पर्याप्त नकद प्रीमियम की पेशकश की है, जो ‘‘ट्विटर के शेयरधारकों के लिए सबसे अच्छा रास्ता होगा.’’ ट्विटर के बोर्ड ने शुरुआत में मस्क को अधिग्रहण से रोकने की कोशिश की, लेकिन हालात उस समय नटकीय रूप से बदल गए जब मस्क ने 46.5 अरब डॉलर की पेशकश कर दी, और कहा कि इसमें से 21 अरब डॉलर वह खुद निवेश करेंगे. मस्क ने कहा कि दूसरे निवेशक भी इसमें योगदान कर सकते हैं. यह भी पढ़ें : मस्क के सौदे के बाद भी ट्रंप का ट्विटर पर लौटने का कोई इरादा नहीं
मस्क को कारोबार का लंबा अनुभव है. वह टेस्ला के सीईओ हैं, जिसका आकार ट्विटर के मुकाबले करीब 25 गुना बड़ा है. एक प्रौद्योगिकी उद्यमी और निवेशक जॉन मेयर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि ट्विटर के लिए इससे बेहतर और कुछ नहीं हो सकता था कि एलन मस्क उसे खरीद लें. उन्हें नए उत्पादों में निवेश दोगुना करना होगा और कमाई के नए रास्ते खोजने होंगे.’’ उन्होंने आगे कहा कि मस्क का ऐसा ट्रैक रिकॉर्ड है कि वह असंभव को कर सकते हैं.