दोहा, एक जून अनुभवी डिफेंडर संदेश झिंगन ने मंगलवार को कहा कि भारतीय खिलाड़ियों को यह स्वीकार करने में संकोच नहीं होना चाहिए कि राष्ट्रीय फुटबॉल टीम 2022 फीफा विश्व कप क्वालीफायर के दौरान अपनी क्षमता के अनुसार नहीं खेली।
भारत पहले ही विश्व कप क्वालीफायर के अगले दौर में जगह बनाने की दौड़ से बाहर हो गया है। टीम पांच मैचों में तीन अंकों के साथ ग्रुप में चौथे स्थान पर है। टीम को 2023 एशियाई कप क्वालीफाइंग के तीसरे दौर में स्वत: जगह पक्की करने के लिए बाकी बचे तीन मैचों से तीन अंक हासिल करने होगे।
भारत को यहां के जस्सीम बिन हम्माद स्टेडियम में तीन जून को एशियाई चैम्पियन कतर , सात जून को बांग्लादेश और 15 जून को अफगानिस्तान के खिलाफ खेलना है।
राष्ट्रीय टीम में सात महीने के बाद वापसी करने वाले झिंगन ने कहा, ‘‘ हम कभी चीजों को हल्के में नहीं ले सकते। टीम को काम पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। यह उस तरह से नहीं हुआ जैसा इसे होना चाहिए था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं सबसे पहले आगे आकर कहूंगा कि हम अपनी क्षमता के अनुसार नहीं खेल पाए। यह उस तरह से नहीं हुआ जैसा हम सभी चाहते थे । खासकर तब, जब हमें आशाजनक शुरुआत मिली थी। ’’
घुटने की चोट से उबर कर टीम में वापसी करने वाले झिंगन ने कहा, ‘‘ हमें काफी निडर होने की जरूरत है कि हम इसकी जिम्मेदारी ले। मैं फिर से कहना चाहूंगा कि हम अपनी क्षमता के अनुरूप नहीं खेले सके।’’
टीम में शामिल होने पर उन्होंने कहा,‘‘ यह राहत की बात है। मुझे खुशी है कि मैं चोटिल होने के बाद वापसी करने में सफल रहा। एक इंसान का सबसे बड़ा सम्मान अपने देश का प्रतिनिधित्व करना है। इस मामले में मै भाग्यशाली और टीम का आभारी हूं।’’
झिंगन को पिछले साल अक्टूबर से चोट के कारण टीम से बाहर होना पड़ा था। वह इंडियन सुपर लीग में अपनी फ्रेंचाइजी केरल ब्लास्टर्स एफसी के लिए पूरे सत्र में एक भी मैच नहीं खेल पाये। वह पिछले साल 15 अक्टूबर को बांग्लादेश के खिलाफ फीफा विश्व कप क्वालीफायर से पहले चोटिल हुए थे।
इस करिश्माई फुटबॉलर ने कहा कि टीम को उसकी गल्तियों से सीख कर आगे बढ़ने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘नकारात्मक बातों को याद रखना और उसके बारे बात करना एक मानवीय प्रवृत्ति है। दुबई में हमने पदार्पण करने वाले 10 खिलाड़ियों के साथ ओमान के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया। लोग इस बारे में बात नहीं करते कि हम मैच में कैसे पिछड़े, अगर थोड़ी देर अच्छा खेलते तो हम जीत सकते थे।’’
आगामी मैचों की तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ जो कोई भी फ़ुटबॉल को समझता है वह अच्छी तैयारी के लिए शिविर के महत्व को जानता होगा। एक बड़े टूर्नामेंट की तैयारी में मैत्री मैच की अहम भूमिका होती है। महामारी के कारण हमें दुबई में मैत्री मैच खेलने का मौका नहीं मिला।’’
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