देश की खबरें | उत्तर गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश से निचले इलाकों में जलभराव
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. उत्तरी गुजरात के कुछ हिस्सों में शनिवार को भारी बारिश हुयी, जिससे निचले इलाके में जलमग्न हो गए और राज्य राजमार्ग एवं गांवों को जोड़ने वाली सड़कें अवरुद्ध हो गईं।
अहमदाबाद, 24 अगस्त उत्तरी गुजरात के कुछ हिस्सों में शनिवार को भारी बारिश हुयी, जिससे निचले इलाके में जलमग्न हो गए और राज्य राजमार्ग एवं गांवों को जोड़ने वाली सड़कें अवरुद्ध हो गईं।
अधिकारियों के अनुसार राज्य के 206 जलाशयों में से 66 में जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार बनासकांठा जिले के वडगाम तालुका में शनिवार सुबह छह बजे तक 24 घंटों में 112 मिलीमीटर बारिश हुई, जो राज्य में सबसे अधिक है, इसके बाद सबसे अधिक खेड़ा जिले के नाडियाड तालुका में 102 मिमी और अरवल्ली जिले के मेघराज में 101 मिलीमीटर बारिश हुई।
एसईओसी ने बताया कि मेहसाणा जिले के विजापुर तालुका में शनिवार सुबह छह बजे से 10 बजे तक चार घंटों में 205 मिमी बारिश हुई।
अहमदाबाद शहर में भी बारिश से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है।
सरकार ने एक अपडेट में बताया कि छह राज्य राजमार्ग और 36 पंचायत सड़कें जलमग्न हो गईं।
शुक्रवार को दाहोद और छोटा उदयपुर जिलों में सात ग्रामीणों को बचाया गया। वे बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण फंस गए थे।
एक सरकारी अपडेट में कहा गया है कि राज्य के 206 जलाशयों में से 52 पूरी तरह भर चुके हैं, 66 हाई अलर्ट पर हैं तथा 42 जलाशय 70-100 प्रतिशत तक भरे हुए हैं।
बयान में कहा गया है कि नर्मदा जिले के केवडिया स्थित सरदार सरोवर बांध 88 प्रतिशत क्षमता तक पहुंच गया है।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की आठ टीमें और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 20 टीमें विभिन्न जिलों में तैनात की गई हैं।
आईएमडी ने 27 अगस्त की सुबह तक कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा तथा दक्षिण गुजरात के कुछ भागों में अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है।
सरकारी अपडेट के अनुसार मानसून की शुरुआत से अब तक 17,450 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है और 1,653 लोगों को वर्षा प्रभावित क्षेत्रों से बचाया गया है।
आईएमडी की भारी वर्षा की चेतावनी के मद्देनजर मछुआरों को 27 अगस्त तक अरब सागर में न जाने की सलाह दी गई है।
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