जरुरी जानकारी | अगले तीन वर्षों में वेयरहाउस लीजिंग 10 करोड़ वर्ग फुट का स्तर छू सकती है: रिपोर्ट

नयी दिल्ली, 22 जुलाई भारत में किराए की वेयरहाउस (भंडारण सुविधा) का सालाना कारोबार अगले तीन वर्षों में 10 करोड़ वर्ग फुट के स्तर तक पहुंच सकता है और ई-कॉमर्स एवं तीसरे पक्ष के लॉजिस्टिक वृद्धि को रफ्तार देंगे। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी।

रिपोर्ट में कहा गया कि 2019 में वेयरहाउस लीजिंग 3.2 करोड़ वर्ग फुट के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गयी थी और इसके 2023 तक करीब 10 करोड़ वर्ग फुट होने की उम्मीद है।

शीर्ष रियल एस्टेट कंसल्टेंसी कंपनी सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड ने ताजा रिपोर्ट में कहा है कि विनिर्माण, ई-कॉमर्स और तीसरे पक्ष की लॉजिस्टिक्स सुविधाओं के क्षेत्रों में मजबूत वृद्धि से देश में पिछले कुछ वर्षों में औद्योगिक एवं वेयरहाउसिंग गतिविधियों में तेजी आयी है।

रिपोर्ट के मुताबिक भारत वैश्विक विनिर्माताओं के लिए एक पसंदीदा निवेश गंतव्य के तौर पर उभर रहा है। इसकी वजह देश में अनुकूल जनसांख्यिकी, बेहतर वैश्विक निवेश प्रतिस्पर्धा का माहौल, व्यापक डिजिटलीकरण, व्यापार करने में आसानी के रैंकिंग में सुधार और बढ़ती व्यापार क्षमता हैं। साथ ही सरकार अलग-अलग पहलों के जरिए राष्ट्रीय विनिर्माण तंत्र को मजबूत कर रही है।

इसमें यह भी कहा गया कि बुनियादी ढांचे में सुधार और ऑनलाइन रिटेल की वृद्धि की वजह से वेयरहाउस स्थापित करने वाली इकाइयां टियर 2 और टियर 3 शहरों में अपनी मौजूदगी बढ़ाएंगी।

सीबीआरई के भारत एवं दक्षिण-पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका इकाई के अध्यक्ष अंशुमन मैगजीन ने कहा, "बीते दशक में भारत ने लगातार, सेवा आधारित अर्थव्यवस्था से आगे बढ़ते हुए एशिया-प्रशांत क्षेत्र में एक वैकल्पिक विनिर्माण गंतव्य बनने का लक्ष्य रखा है। नतीजतन भारत में आद्यौगिक एवं वेयरहाउसिंग क्षेत्र में वृद्धि हुई है और यह रियल एस्टेट क्षेत्र की वृद्धि को रफ्तार देने वाले सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक बन गया है।"

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