Mallikarjun Kharge vs Shivraj Singh Chauhan: मल्लिकार्जुन खरगे और शिवराज सिंह चौहान के बीच जुबानी जंग
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता शिवराज सिंह चौहान और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बीच बुधवार को जुबानी जंग हुई जब कांग्रेस नेता ने पूछा कि विधानसभा चुनाव के बाद उन्हें (चौहान को) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से क्यों हटना पड़ा.
भोपाल, 7 मार्च : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता शिवराज सिंह चौहान और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बीच बुधवार को जुबानी जंग हुई जब कांग्रेस नेता ने पूछा कि विधानसभा चुनाव के बाद उन्हें (चौहान को) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से क्यों हटना पड़ा. कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत मध्य प्रदेश के बदनावर में रैली को संबोधित करते हुए खरगे ने चौहान के उस बयान का जिक्र किया कि खरगे और राहुल गांधी महात्मा गांधी की इच्छा के अनुसार अपनी पार्टी को भंग कर रहे हैं.
खरगे ने कहा, “शिवराज चौहान 15 दिन पहले गुलबर्गा आए थे. उन्होंने कहा कि खरगे और राहुल गांधी कांग्रेस को नष्ट करने के लिए काम कर रहे हैं...लोगों ने मुझसे चौहान के बयान के बारे में पूछा.” कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया, “मैंने कहा, उन्हें चौहान से पूछना चाहिए कि चुनाव जीतने के बावजूद उन्हें (मुख्यमंत्री पद से) क्यों हटाया गया. क्या कारण था? क्या कारण था कि मोदी (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) ने आपको करीब नहीं आने दिया?” चौहान ने ‘एक्स’ पर पलटवार करते हुए कहा कि खरगे और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस एक के बाद एक चुनाव हार रही है. उन्होंने कहा कि 2013 के बाद से कांग्रेस 50 से अधिक चुनाव हार चुकी है और कई पूर्व मुख्यमंत्रियों व बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है. यह भी पढ़ें : Lok Sabha Elections 2024: ओडिशा में होने जा रहा है BJP-बीजेडी का गठबंधन? 15 साल बाद फिर से एनडीए में वापसी के संकेत
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, “उन्हें गिनते रहिए, जब तक कि पार्टी में उंगलियों पर गिने जा सकने वाले नेता न रह जाएं. खरगे जी, अब मुझे बताएं कि क्या राहुल जी और आप महात्मा गांधी के उस कथन को पूरा कर रहे हैं कि आजादी के बाद कांग्रेस को खत्म कर देना चाहिए.” चौहान ने कहा, “जब पूरा देश भगवान राम की भक्ति में डूबा हुआ था, तब कांग्रेस ने अयोध्या में राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया. सनातन धर्म और भगवान राम के प्रति नफरत ही आपकी पार्टी के रसातल में जाने का कारण है.”