Budget 2024: विष्णुपद, महाबोधि कॉरिडोर को विश्वस्तरीय तीर्थ और पर्यटन स्थल बनाया जाएगा- निर्मला सीतारमण
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को घोषणा की कि बिहार के गया में स्थित विष्णुपद मंदिर कॉरिडोर और बोधगया में महाबोधि मंदिर कॉरिडोर के व्यापक विकास को सरकार समर्थन देगी ताकि उन्हें ‘विश्व स्तरीय तीर्थ और पर्यटन स्थल’ बनाया जा सके.
नयी दिल्ली, 23 जुलाई : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को घोषणा की कि बिहार के गया में स्थित विष्णुपद मंदिर कॉरिडोर और बोधगया में महाबोधि मंदिर कॉरिडोर के व्यापक विकास को सरकार समर्थन देगी ताकि उन्हें ‘विश्व स्तरीय तीर्थ और पर्यटन स्थल’ बनाया जा सके. वित्त मंत्री ने कहा कि ये गलियारे सफल काशी विश्वनाथ मंदिर गलियारे की तर्ज पर बनाए जाएंगे. विष्णुपद मंदिर फल्गू नदी के किनारे स्थित सबसे प्राचीन हिंदू मंदिरों में से एक है, वहीं महाबोधि मंदिर यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है. सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा, ‘‘पर्यटन हमेशा हमारी सभ्यता का हिस्सा रहा है. भारत को वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने के हमारे प्रयासों से रोजगार सृजन होगा, निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा तथा अन्य क्षेत्रों के लिए आर्थिक अवसर खुलेंगे.’’
अंतरिम बजट में रेखांकित उपायों के अलावा वित्त मंत्री ने पर्यटन क्षेत्र के लिए कुछ और प्रस्ताव रखे. उन्होंने कहा, ‘‘बिहार के गया में विष्णुपद मंदिर और बोधगया में महाबोधि मंदिर का आध्यात्मिक महत्व बहुत अधिक है. विष्णुपद मंदिर कॉरिडोर और महाबोधि मंदिर कॉरिडोर के व्यापक विकास को सहयोग दिया जाएगा और इन्हें सफल काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के प्रारूप पर विश्व स्तरीय तीर्थ और पर्यटन स्थलों में तब्दील किया जाएगा.’’ वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में बिहार के राजगीर तथा नालंदा में विकास की घोषणाएं भी कीं. यह भी पढ़ें : केंद्रीय बजट विकसित भारत के सपने को साकार करने में सहायक होगा : मुख्यमंत्री साय
उन्होंने कहा, ‘‘राजगीर हिंदुओं, बौद्धों और जैनियों के लिए बहुत धार्मिक महत्व रखता है. जैन मंदिर परिसर में 20वें तीर्थंकर मुनिसुव्रत का प्राचीन मंदिर है. सप्तऋषि या सात गर्म झरने गर्म पानी वाले पवित्र ब्रह्म कुंड का निर्माण करते हैं. राजगीर के लिए एक व्यापक विकास पहल की जाएगी.’’ सीतारमण ने कहा, ‘‘हमारी सरकार नालंदा विश्वविद्यालय को उसके गौरवशाली स्वरूप में पुनर्जीवित करने के अलावा नालंदा को एक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने का समर्थन करेगी.’’