पटना, 16 जून बिहार में सशस्त्र बलों में भर्ती की नयी शुरू की गई ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ आक्रोशित सेना में भर्ती के अकांक्षी युवाओं ने बृहस्पतिवार को सड़कों पर उतरकर इमारतों और वाहनों में तोड़फोड़ की। रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर ट्रेनों के डिब्बों में आग लगाने के साथ रेल एवं सडक यातायात को बाधित किया।
बिहार के कुछ जिलों में बुधवार को विरोध-प्रदर्शन के एक दिन बाद बृहस्पतिवार को यह राज्य के और हिस्से में फैल गया। इस योजना को वापस लिए जाने की मांग कर रही हिंसक भीड़ द्वारा विभिन्न जिलों में आज हिंसा और आगजनी की गयी।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) संजय सिंह ने बताया कि ‘‘अब तक हमने हिंसा के सिलसिले में 125 लोगों को गिरफ्तार किया है। दो दर्जन प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्रदर्शनकारियों के साथ हुई झड़प में राज्य भर में कम से कम 16 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।’’
उन्होंने बताया, ‘‘हम आगे की जांच कर रहे हैं और अधिक मामले दर्ज किए जा सकते हैं तथा अधिक लोगों की गिरफ्तारी की संभावना है’’।
केंद्र में शासन करने वाली भाजपा के एक विधायक के छपरा स्थित घर में प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की जबकि नवादा में पथराव की घटना में एक अन्य महिला विधायक घायल हो गईं जहां पार्टी कार्यालय को भी आग के हवाले कर दिया गया है।
नवादा के जिला भाजपा अध्यक्ष संजय कुमार मुन्ना ने बताया कि ‘‘पार्टी कार्यालय शहर से कुछ दूरी पर स्थित है। भीड़ द्वारा परिसर पर हमला निश्चित रूप से पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा है। गनीमत रही कि इमारत में ताला लगा हुआ था और अंदर कोई नहीं था।’’
उन्होंने प्रशासन पर इस मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।
नवादा के वारिसलीगंज विधानसभा क्षेत्र भाजपा विधायक अरुणा देवी एक मामले के सिलसिले में जिला अदालत परिसर जा रही थीं। उनकी कार को प्रदर्शनकारियों ने रेलवे क्रॉसिंग के पास घेर लिया और पथराव किया जिससे उन्हें, उनके वाहन चालक, दो सुरक्षा कर्मियों और कई निजी कर्मचारियों को चोटें आईं।
अरुणा ने कहा, ‘‘प्रदर्शनकारी मेरी गाड़ी पर लगे पार्टी के झंडे को देखकर भड़क गए, उन्होंने झंडे को भी निकाल दिया।’’
छपरा में भी स्थानीय विधायक सी एन गुप्ता के घर पर ऐसा ही हुआ जहां प्रदर्शनकारियों ने उनके घर के एक हिस्से में तोड़फोड़ की।हालांकि, घर में रहने वाले किसी भी व्यक्ति को चोट नहीं आई। यह पता नहीं चल पाया है कि जब भीड़ ने हमला किया तो उस समय विधायक अपने घर के भीतर थे या नहीं।
पूर्व उपमुख्यमंत्री तथा भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने छपरा के भाजपा विधायक सीएन गुप्ता के घर पर हमला, वारसलीगंज की विधायक अरुणा देवी की गाड़ी को निशाना बनाने, नवादा के भाजपा कार्यालय में आगजनी और मधुबनी कार्यालय में तोड़फोड़ की घटनाओं की कड़ी निंदा की।
उन्होंने कहा कि सेना में भर्ती के इच्छुक युवाओं की आड़ में सक्रिय असामाजिक तत्वों पर प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
सुशील ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा कई राज्य सरकारों ने ‘‘अग्निवीरों’’ को केंद्रीय सशस्र पुलिस बल और अन्य सेवाओं में प्राथमिकता देने की घोषणा की है। ऐसी पहल बिहार सरकार को भी करनी चाहिए।
उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे किसी के बहकावे में आकर सेना की ‘‘अग्निपथ’’ भर्ती योजना के विरुद्ध आगजनी और राष्ट्रीय सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसी कार्रवाई में शामिल न हों।
हालांकि मुख्यमंत्री की पार्टी जदयू इससे नाखुश नजर आई। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘अग्निपथ योजना के निर्णय से बिहार सहित देशभर के नौजवानों, युवाओं एवं छात्रों के मन में असंतोष, निराशा व अंधकारमय भविष्य (बेरोजगारी) का डर स्पष्ट दिखने लगा है। केंद्र सरकार को अग्निवीर योजना पर अविलंब पुनर्विचार करना चाहिए क्योंकि यह निर्णय देश की रक्षा व सुरक्षा से भी जुड़ा है’’।
बिहार में सशस्त्र बलों में भर्ती की नई शुरू की गई ‘‘अग्निपथ’’ योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के कारण रेल यातायात भी काफी प्रभावित हुआ।
वैशाली जिला के हाजीपुर स्थित पूर्व मध्य रेल (ईसीआर)के मुख्यालय के अनुसार प्रदर्शन के मद्देनजर सात यात्री ट्रेनों को रद्द करना पड़ा, जबकि कई अन्य को या तो अंतिम पड़ा से पहले ही स्थगित कर दिया गया या वैकल्पिक मार्गों से चलाया गया।
ईसीआर ने एक बयान में कहा, ‘‘रेल यातायात सुबह 8 बजे से बाधित था। अपराह्न साढ़े तीन बजे ही सामान्य स्थिति बहाल हो सकी।’’
’ बिहार के एक दर्जन से अधिक जिलों में रेलवे पटरियों पर प्रदर्शन करने के अलावा प्रदर्शनकारियों ने छपरा और भभुआ में ट्रेन के डिब्बों में आग लगा दी जबकि कई ट्रेनों में प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ की गई।
प्रदर्शनकारियों ने भागलपुर, बेगूसराय, जहानाबाद, बक्सर, कटिहार और गया जैसे शहरों में सड़कों पर टायर जलाकर यातायात बाधित किया और योजना को वापस लेने की मांग को लेकर बैनरों के साथ मार्च निकाला।
बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद के नेता तेजस्वी यादव बीते दिन से ही सोशल मीडिया पर इस कदम को लेकर केंद्र पर हमले कर रहे हैं।
वहीं, माकपा के छात्र और युवा प्रकोष्ठ ने एक बयान जारी कर शुक्रवार को राज्यव्यापी आंदोलन की घोषणा की है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)