नयी दिल्ली, 28 जनवरी. गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी में हुयी हिंसा को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ करार देते हुये दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इससे केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन समाप्त नहीं होगा. केजरीवाल ने कहा, ‘‘हिंसा के लिये जिम्मेदार लोगों को ‘सख्त से सख्त सजा‘ दी जानी चाहिये. आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की नौंवी बैठक को संबोधित करते हुये केजरीवाल ने कहा कि तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन उनके अपने अस्तित्व को बचाये रखने के लिये संघर्ष है.
उन्होंने कहा, ‘‘गणतंत्र दिवस के मौके पर हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है और इसके लिये जो भी जिम्मेदार हैं उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिये.’’उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हिंसा से किसानों का आंदोलन समाप्त नहीं होगा, यह मुद्दा अब भी है इसलिये आंदोलन समाप्त नहीं हो सकता है. हमने प्रदर्शनकारी किसानों को शांतिपूर्ण समर्थन दिया है. मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि मंगलवार को हुयी हिंसा के लिये जो भी जिम्मेदार हैं उन्हें सख्त सजा मिलनी चाहिये. यह भी पढ़ें-Farmers Protest: किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा-जब तक सरकार से बात नहीं होगी आंदोलन नहीं खत्म होगा
केजरीवाल ने कहा, ‘‘जो कोई भी इसके लिये जिम्मेदार है, वह सजा का हकदार है और मैं उन लोगों के बारे में नहीं कह रहा हूं जिनके खिलाफ पुलिस ने फर्जी मामले दर्ज किये हैं. जो भी जिम्मेदार है और जो भी पार्टी जिम्मेदार है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिये. उन्होंने रेखांकित करते हुये कहा कि जिस देश में किसान दुखी हैं वहां कभी समृद्धि नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा ‘‘ हमारे प्रदेश में हम सबको उनका समर्थन करना चाहिये और हमारा समर्थन अहिंसक होना चाहिये. ’’
केजरीवाल ने कहा ‘‘ जब भी आप ऐसा करें तो आप अपनी पार्टी का झंडा और टोपी अपने घर में छोड़ दें क्योंकि यह समर्थन गैर राजनीतिक होना चाहिये और आपको एक आम व्यक्ति की तरह उनका समर्थन करना चाहिये. आम आदमी पार्टी के संयोजक ने दावा किया कि देश में किसान संकट में हैं और पिछले 70 सालों में सभी राजनीतिक दलों ने उनके साथ धोखा किया है.
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