पाकिस्तानी हिंदू प्रवासियों का बाड़मेर, जैसलमेर में टीकाकरण आरंभ, जोधपुर को सरकारी मंजूरी का इंतजार
राजस्थान में पाकिस्तानी हिंदू प्रवासियों के कोविड-19 संबंधी टीकाकरण को लेकर अनिश्चितता के बीच बाड़मेर और जैसलमेर जिला प्रशासन ने उन्हें टीके लगाने शुरू कर दिए हैं, लेकिन जोधपुर प्रशासन इस मामले में राज्य के फैसले का इंतजार कर रहा है.
जोधपुर, 11 जून : राजस्थान (Rajasthan) में पाकिस्तानी हिंदू प्रवासियों के कोविड-19 संबंधी टीकाकरण को लेकर अनिश्चितता के बीच बाड़मेर और जैसलमेर जिला (Jaisalmer District) प्रशासन ने उन्हें टीके लगाने शुरू कर दिए हैं, लेकिन जोधपुर प्रशासन इस मामले में राज्य के फैसले का इंतजार कर रहा है. जैसलमेर के जिलाधिकारी आशीष मोदी ने अपने जिले में हिंदू प्रवासियों के टीकाकरण के बारे में कहा कि उन्होंने ऐसे प्रवासियों का सर्वेक्षण किया जिनके पास कोई भारतीय दस्तावेज नहीं है लेकिन पाकिस्तानी पासपोर्ट हैं.
उन्होंने कहा, “हमने जैसलमेर में ऐसे 2,281 प्रवासियों की पहचान की है और उनके पासपोर्ट के आधार पर उनका टीकाकरण शुरू कर दिया है. अब तक उनमें से 17 का टीकाकरण किया जा चुका है और यह अभियान शुक्रवार से पूरे जोर-शोर से शुरू होगा.’’ इसी तरह, बाड़मेर के जिलाधिकारी लोक बंधु ने कहा कि बिना स्थानीय पहचान पत्र वाले प्रवासियों का टीकाकरण शुरू हो चुका है. उनमें से कुल 21 को अभियान के पहले दिन मंगलवार को टीका लगाया गया. यह भी पढ़ें : COVID-19: झारखंड में कोविड रोधी टीकों की बर्बादी पर केंद्र- राज्य सरकारें आमने-सामने
इस बीच, जोधपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बलवंत मांडा ने कहा कि उन्हें राज्य सरकार से पाकिस्तानी हिंदू प्रवासियों के टीकाकरण पर कोई निर्देश नहीं मिला है और इस मुद्दे पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है. नागरिकता का इंतजार कर रहे पाकिस्तानी हिंदू प्रवासियों की सबसे अधिक संख्या जोधपुर में है और प्रशासन द्वारा उनके टीकाकरण को लेकर कोई निर्णय नहीं लिए जाने के कारण उनकी असुरक्षा और बढ़ गई है.