COVID-19: पुरी के जगन्नाथ मंदिर में 21 फरवरी से प्रवेश के लिए टीकाकरण प्रमाण पत्र अनिवार्य नहीं

देश भर में कोविड-19 महामारी के मामलों में कमी के मद्देनजर श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने निर्णय लिया है कि 21 फरवरी से श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश के लिए दोहरे टीकाकरण का प्रमाण पत्र दिखाने की कोई जरूरत नहीं होगी.

जगन्नाथ मंदिर (Photo: PTI)

पुरी, 15 फरवरी : देश भर में कोविड-19 महामारी के मामलों में कमी के मद्देनजर श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने निर्णय लिया है कि 21 फरवरी से श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश के लिए दोहरे टीकाकरण का प्रमाण पत्र दिखाने की कोई जरूरत नहीं होगी. एसजेटीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. मुख्य प्रशासक कृष्ण कुमार ने सोमवार को कहा कि ‘छत्तीस नियोग’ (सेवादारों की शीर्ष संस्था) की बैठक में यह निर्णय लिया गया 21 फरवरी से श्री जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश के लिए पूर्ण टीकाकरण प्रमाण पत्र या निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट दिखाने की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया जाए. कुमार ने कहा कि कोविड-19 महामारी के मामलों में गिरावट और लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया.

उन्होंने कहा, “ज्यादातर लोग टीके की दोनों खुराक ले चुके हैं इसलिए मंदिर प्रशासन ने प्रतिबंधों में ढील देने का निर्णय लिया.” कुमार ने कहा कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मास्क लगाना अनिवार्य होगा. उन्होंने कहा कि 19 फरवरी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचेंगे इसलिए उस दिन दो घंटे के लिए मंदिर बंद रहेगा. यह भी पढ़ें : COVID-19 Update: भारत में कोविड-19 के 34,113 नए मामले, उपचाराधीन मरीजों की संख्या पांच लाख से कम

एसजेटीए की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि 19 फरवरी को शाम पांच बजे से पौने छह बजे तक कोविंद मंदिर में रहेंगे इसलिए आम जनता के लिए शाम चार बजे से छह बजे तक मंदिर बंद रहेगा. पुरी के पुलिस अधीक्षक के वी सिंह ने बताया कि राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान शहर में बल के 40 प्लाटून तैनात किए जाएंगे. एक प्लाटून में 30 कर्मी होते हैं. पुरी के जिला कलेक्टर समर्थ वर्मा ने बताया कि 19 फरवरी को राष्ट्रपति की यात्रा के लिए सुरक्षा के पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं.

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