Adani Group Matters: अडाणी समूह मामले में जेपीसी गठित करने को लेकर हंगामा, राज्यसभा की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित
राज्यसभा में मंगलवार को सत्ता पक्ष के सदस्यों ने भारत में लोकतंत्र के संबंध में लंदन में की गई टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी से माफी की मांग की, वहीं विपक्षी सदस्यों ने अडाणी समूह से जुड़े आरोपों की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराने की मांग को लेकर हंगामा किया.
नयी दिल्ली, 14 मार्च : राज्यसभा में मंगलवार को सत्ता पक्ष के सदस्यों ने भारत में लोकतंत्र के संबंध में लंदन में की गई टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी से माफी की मांग की, वहीं विपक्षी सदस्यों ने अडाणी समूह (Adani Group) से जुड़े आरोपों की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराने की मांग को लेकर हंगामा किया. हंगामे की वजह से सभापति जगदीप धनखड़ ने उच्च सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी. सुबह सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही धनखड़ ने तेलुगु फिल्म ‘आरआरआर’ के गीत ‘नाटु नाटु’ और तमिल वृत्तचित्र ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ के ऑस्कर जीतने का उल्लेख किया और इसके बाद पूरे सदन ने दोनों फिल्मों की पूरी टीम को बधाई दी. इसके बाद सभापति ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए.
उपसभापति ने बताया कि कांग्रेस के प्रमोद तिवारी, अखिलेश प्रसाद सिंह, के सी वेणुगोपाल सहित कुछ अन्य नेताओं ने अडाणी समूह से जुड़े मामलों की जांच के लिए जेपीसी गठित करने में सरकार की विफलता को लेकर नियम 267 के तहत कार्यस्थगन कर तत्काल चर्चा की मांग की है. आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और तेलंगाना राष्ट्र समिति के सदस्य के केशव राव ने भी इसी से संबंधित नोटिस दिए थे. हालांकि सभापति ने सभी नोटिस अस्वीकार कर दिए और सदन के नेता पीयूष गोयल को अपनी बात रखने के लिए कहा. गोयल ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि विपक्ष के एक नेता ने विदेशी धरती पर जो बयान दिया है वह देश की अस्मिता और सभी सांसदों के स्वाभिमान से जुड़ा है. यह भी पढ़ें : राजस्थान के कुमावत समुदाय ने दाढ़ी वाले दूल्हे को शादी के मंडप में किया बैन
उन्होंने कहा कि पूरी संसद को उनके इस बयान की निंदा करनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें यहां आकर माफी मांगनी पड़ेगी.’’ इसी समय विपक्षी सदस्य आसन के निकट आकर नारेबाजी करने लगे. हंगामे के बीच ही गोयल ने कहा कि विपक्षी नेता ने यह आरोप भी लगाया है कि लोकसभा में बोलने के दौरान उनका माइक बंद कर दिया जाता है. उन्होंने कहा कि यह सदन की अवमानना है. गोयल ने इस बात पर भी आश्चर्य जताया कि राहुल गांधी की टिप्पणी पर अन्य विपक्षी दलों का चिंता ना व्यक्त करना खतरे की घंटी है. गोयल अभी बोल ही रहे थे कि विपक्षी सदस्यों का हंगामा तेज हो गया. हंगामा बढ़ते देख सभापति ने 12 बजकर करीब सात मिनट पर सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.