जरुरी जानकारी | संयुक्त राष्ट्र पूंजी विकास कोष ने छोटे जोत वाले किसानों की चुनौतियों के समाधान के लिये कदम उठाया

मुंबई, 22 जुलाई संयुक्त राष्ट्र पूंजी विकास कोष (यूएनसीडीएफ) ने नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन, बिल और मेलिन्डा गेट्स फाउंडेशन और रोबो फाउंडेशन के साथ भागीदारी कर कृषि प्रौद्योगिकी चुनौती 2021 पेश की है। इस पहल का मकसद एशिया और अफ्रीका में छोटे जोत वाले किसानों के समक्ष आने वाली चुनौतियों का समाधान करना है।

यूएनसीडीएफ ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि इसे छोटे जोत के किसानों को उत्पादकता, जलवायु परिवर्तन और आपूर्ति व्यवस्था को लेकर जिन चुनौतियों को सामना करना पड़ता है, उसके समाधान में मदद मिलेगी। इसमें भागीदारी के रूप में कृषि विकास के लिये अंतरराष्ट्रीय कोष (आईएफएडी) और बेयर काम कर रहे हैं।

यूएनसीडीएफ की कार्यकारी सचिव प्रीति सिन्हा ने कहा, ‘‘पिछला साल कई लोगों के लिये व्यक्तिगत रूप से...और आर्थिक रूप से कठिन रहा। अब जबकि हम पुनरूद्धार देख रहे हैं, वैश्विक वित्तीय व्यवस्था के लिये जरूरी है कि वे सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने को लेकर तेजी से समर्थन उपलब्ध करायें।’’

उन्होंने कहा कि यूएनसीडीएफ नवोन्मेषी समाधानों को समर्थन देता है। इनसे उन लोगों को मदद मिलती है जिनके विकास के क्रम में पीछे रह जाने का बड़ा जोखिम है। इसमें छोटे जोत वाले किसान शामिल हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘डिजिटल बदलाव पुनरूद्धार और मजबूती के लिये महत्वपूर्ण कारक हो सकता है। हम वित्तीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के जरिये नीति आयोग, रोबो फाउंडेशन और बिल और मेलिन्दा गेट्स फाउंडेशन के साथ भागीदारी कर खुश हैं। इस भागीदारी से डिजिटल समाधानों के विकास और विस्तार में मदद मिलेगी। अंतत: इससे महामारी से प्रभावित छोटे जोत के किसानों के सामने आने वाली बाधाओं को दूर किया जा सकेगा।’’

इस पहल के माध्यम से, यूएनसीडीएफ भारत, इंडोनेशिया, मलावी, मलेशिया, केन्या, युगांडा, जाम्बिया समेत अन्य उभरते बाजारों के बीच सहयोग को बढ़ावा देगा।

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