इंफाल, 29 जून हिंसाग्रस्त मणिपुर के कंगपोकपी जिले के हरओठेल गांव में बृहस्पतिवार को सुबह कुछ अज्ञात बंदूकधारियों ने ‘‘ बिना किसी उकसावे’’ के गोलीबारी की। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की और गोलीबारी अब थम चुकी है।
सुरक्षा बलों से जुड़े एक सूत्र ने कहा, ‘‘ हरओठेल गांव में सुबह करीब पौने छह बजे बंदूकधारियों ने बिना किसी उकसावे के गोलीबारी शुरू कर दी। असम राइफल्स के जवानों ने जवाबी कार्रवाई की और गोलीबारी अब थम चुकी है। जांच जारी है।’’
गौरतलब है कि मणिपुर में मेइती और कुकी समुदाय के बीच मई की शुरुआत में भड़की जातीय हिंसा में 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं।
मणिपुर की 53 प्रतिशत आबादी मेइती समुदाय की है और यह मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहती है। वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासी समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत है और यह मुख्यत: पर्वतीय जिलों में रहती है।
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