मंत्रालय ने ट्विटर पर कहा, “यूक्रेन के हवाई क्षेत्र पर कब्जा करने में रूस नाकाम रहा है। वह यूक्रेन में लक्ष्यों पर हमला करने के लिए अपेक्षाकृत सुरक्षित रूसी हवाई क्षेत्र से दागे जाने वाले हथियारों पर निर्भर है।”
मंत्रालय ने आगे कहा, “युद्ध के शुरुआती दिनों से ही यूक्रेनी हवाई क्षेत्र पर कब्जा करना रूस के प्रमुख लक्ष्यों में शामिल था और इसमें लगातार मिली नाकामी से उसकी अभियानगत प्रगति स्पष्ट रूप से प्रभावित हुई है।”
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हथियार गोदाम पर रूस के मिसाइल हमले की पुष्टि
कीव: यूक्रेन के एक सैन्य अधिकारी ने शनिवार को यूक्रेनी अखबार ‘उक्रेन्स्कया प्रवादा’ से बातचीत में इस बात की पुष्टि की कि रूसी सेना ने शुक्रवार को इवानो-फ्रैंकिव्स्क की देल्यातिन बस्ती में मिसाइल और गोला-बारूद के एक गोदाम पर हमला किया था।
हालांकि, यूक्रेनी वायुसेना के प्रवक्ता यूरी इनहात ने कहा कि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि हमले में इस्तेमाल मिसाइल हाइपरसोनिक ‘किंझल’ थी या फिर कोई और।
इससे पहले, रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेंकोव ने शनिवार को कहा था कि रूसी सेना ने शुक्रवार को देल्यातिन में एक भूमिगत गोदाम को हाइपरसोनिक ‘किंझल’ मिसाइल से निशाना बनाया था।
यह किसी युद्ध में इस मिसाइल का संभवत: पहला इस्तेमाल था।
रूसी अधिकारियों के मुताबिक, मिग-31 लड़ाकू विमान से दागी गई ‘किंझल’ मिसाइल ध्वनि से दस गुना तेज रफ्तार से उड़ान भरते हुए 2,000 किलोमीटर तक की दूरी पर स्थित लक्ष्यों को नष्ट करने की क्षमता रखती है।
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यूक्रेन के युद्धग्रस्त शहरों से 6,623 लोग सुरक्षित बाहर निकाले गए
मारियुपोल: यूक्रेन के युद्धग्रस्त शहरों में निर्धारित किये गये दस में से आठ मानवीय गलियारों से नागरिकों की निकासी का अभियान शनिवार को भी जारी रहा। उप-प्रधानमंत्री इरीना वेरेशचुक ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि शनिवार को कुल 6,623 नागरिकों को निकाल कर उत्तर-पश्चिम में जैपोरिज्झिया ले जाया गया, जिनमें बंदरगाह शहर मारियुपोल से निकाले गए सर्वाधिक 4,128 लोग शामिल हैं।
इस बीच, रूसी सेना के मारियुपोल में तेजी से आगे बढ़ने और शनिवार को दोनों पक्षों के बीच भीषण लड़ाई से प्रमुख इस्पात संयंत्र के बंद होने की खबरें हैं।
उधर, यूक्रेनी अधिकारियों ने रूसी हमलों से निपटने के लिए पश्चिमी देशों से अधिक मदद की गुहार भी लगाई। उन्होंने चेताया कि मारियुपोल पर रूस का नियंत्रण यूक्रेन युद्ध में उसके लिए बहुत बड़ी सफलता साबित होगा।
इस बीच, मारियुपोल नगर परिषद ने दावा किया कि रूसी सैनिकों ने वहां के हजारों बाशिंदों को रूस में स्थानांतरित होने के लिए मजबूर किया है।
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अमेरिकी सांसदों ने यू्क्रेन की मदद पर जोर दिया
वारसा: पोलैंड का दौरा करने वाले अमेरिकी सांसदों के एक द्विदलीय प्रतिनिधि मंडल ने शनिवार को कहा कि रूसी आक्रमण के खिलाफ यूक्रेन की लड़ाई में सबसे ज्यादा जरूरी देश को हर तरह का सहयोग देना है, ताकि वह अपनी स्वतंत्रता की रक्षा कर सके।
डेमोक्रेट सांसद स्टीफन लिंच के नेतृत्व वाले सात सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने पोलैंड के शरणार्थी शिविरों का दौरा किया और यूक्रेनी नागरिकों को शरण देने में उसकी भूमिका को सराहा। यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद से लगभग 20 लाख लोगों के देश छोड़कर पोलैंड पहुंचने का अनुमान है।
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यूक्रेन से बाहर निकले बच्चों से मिले पोप फ्रांसिस
रोम: पोप फ्रांसिस शनिवार को यूक्रेन से निकले उन बच्चों से मिले, जिनका रोम में वेटिकन के बाल अस्पताल में इलाज चल रहा है। वेटिकन सिटी प्रशासन ने यह जानकारी दी।
प्रशासन ने बताया कि बैम्बिनो गेसू हॉस्पिटस में फिलहाल यूक्रेन के 19 बाल शरणार्थियों का इलाज चल रहा है और 50 बच्चों को बीते कुछ दिनों में अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।
अधिकारियों के मुताबिक, कुछ बच्चे कैंसर, तंत्रिका तंत्र संबंधी विकारों और अन्य बीमारियों से जूझ रहे हैं तथा वे युद्ध छिड़ने के शुरुआती दिनों में ही यूक्रेन से निकल गए थे। उन्होंने बताया कि हमले में घायल हुए कई बच्चों का इलाज चल रहा है।
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जेलेंस्की ने स्विस सरकार से रूसी अरबपतियों के बैंक खाते फ्रीज करने को कहा
बर्लिन: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने स्विस सरकार से सभी रूसी अरबपतियों के बैंक खाते फ्रीज करने की अपील की है।
स्विट्जरलैंड के सरकारी चैनल ‘एसआरएफ’ के मुताबिक, जेलेंस्की ने शनिवार को लाइव स्ट्रीमिंग के जरिये बर्न में हजारों युद्ध विरोधी प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, “आपके बैंकों में उन लोगों के खाते हैं, जो इस युद्ध को समर्थन दे रहे हैं। लिहाजा उनके खाते फ्रीज करना बेहतर होगा।”
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चीनी राजनयिक ने रूस पर प्रतिबंध लगाने की निंदा की
बीजिंग: चीन के एक वरिष्ठ राजनयिक ने शनिवार को कहा कि नाटो को अपने उस वादे पर कायम रहना चाहिए कि वह पूर्व की ओर विस्तार नहीं करेगा।
उप-विदेश मंत्री ले युचेंग ने पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों की निंदा भी की। उन्होंने कहा कि यूक्रेन युद्ध की जड़ ‘शीत युद्ध की मानसिकता है।’
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रूसी सेना ने दोनेत्स्क को निशाना बनाया
ल्वीव: बीते 24 घंटों में रूसी सेना ने पूर्वी दोनेत्स्क क्षेत्र के आठ शहरों और गांवों को बम, रॉकेट और गोला-बारूद से निशाना बनाया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
यूक्रेन की राष्ट्रीय पुलिस ने शनिवार को टेलीग्राम पर बताया कि हमलों के चलते कम से कम 37 आवासीय इमारतें और बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि दर्जनों नागरिक या तो मारे गए हैं या फिर घायल हुए हैं।
पुलिस के मुताबिक, रूसी सेना मारियुपोल, अवदिवका, क्रामातोर्स्क, पोक्रोव्स्क, नोवोसेलिदिवका, वर्खनोतोरेत्सके, क्रिमका और स्टेप्ने में लगातार गोलीबारी कर रही है।
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रूसी सैनिकों पर यूक्रेनी पत्रकार को अगवा करने का आरोप लगाया
ल्वीव: यूक्रेन में अभियोजक जनरल के कार्यालय ने रूसी सैनिकों पर यूक्रेन के पूर्व और दक्षिण में रूसी आक्रमण की रिपोर्टिंग करने वाले एक यूक्रेनी पत्रकार को अगवा करने का आरोप लगाया है।
फेसबुक पर शनिवार को जारी बयान में अभियोजक जनरल के कार्यालय ने कहा कि रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (एफएसबी) और रूसी सेना ने मंगलवार को बर्दियांस्क में यूक्रेनी समाचारपत्र होरोमादस्के के एक पत्रकार का अपहरण कर लिया।
बयान में पत्रकार की पहचान जाहिर नहीं की गई है। इसमें कहा गया है कि पत्रकार की लोकेशन के बारे में कोई जानकारी नहीं है और मामले की आपराधिक जांच शुरू कर दी गई है।
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यूक्रेनी शरणार्थियों को आपूर्ति पहुंचाने में मदद कर रहे कैमरन
लंदन: ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन पोलैंड में यूक्रेनी शरणार्थियों को ट्रक के जरिये आपूर्ति पहुंचाने में मदद कर रहे हैं।
कैमरन ने ट्विटर पर ‘स्टैंडविदयूक्रेन’ हैशटैग के साथ खुद की एक तस्वीर साझा की, जिसमें वह पोलैंड में यूक्रेनी शरणार्थियों के लिए मानवीय सहायता ले रहे एक ट्रक चलाते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस ट्रक में डायपर से लेकर गर्म कपड़े और प्राथमिक उपचार किट तक मौजूद हैं।
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बुल्गारिया ने यूक्रेन को सैन्य मदद देने से इनकार किया
सोफिया: बुल्गारिया के प्रधानमंत्री किरिल पेत्कोव ने यूक्रेन को सैन्य मदद देने से इनकार किया, लेकिन उन्होंने कहा कि उनका देश कीव को मानवीय सहायता मुहैया कराना जारी रखेगा।
राजधानी सोफिया में अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में पेत्कोव ने कहा, “संघर्ष के इतने करीब होने के कारण अभी मैं यह स्पष्ट करना चांहूगा कि वर्तमान में हम यूक्रेन को सैन्य सहायता नहीं भेज पाएंगे। यह संभव नहीं होगा।”
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