नयी दिल्ली, 14 अक्टूबर भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) का बुनियादी ढांचा आधारधारकों से जुड़ी सूचना को अद्यतन के तहत नये आंकड़ों का भार वहन करने के लिये पूरी तरह से तैयार है। सूत्रों ने शुक्रवार को यह कहा।
उल्लेखनीय है कि यूआईडीएआई ने इस सप्ताह की शुरुआत में लोगों से आग्रह किया कि अगर उनका आधार 10 साल से अधिक समय पहले जारी हुआ था और उसके बाद उसके ब्योरे अद्यतन नहीं किये गये हैं, तब निवास स्थान के पते के साथ सभी सूचना अद्यतन करा लें।
सूत्रों ने कहा कि ऐसे भी निवासी होंगे जिनका आधार 10 साल से अधिक समय पहले बना और उन्होंने उसे अद्यतन नहीं कराया क्योंकि हो सकता है, उनका निवास स्थान तथा अन्य दस्तावेज वहीं हो। ऐसे मामले में भी अद्यतन कराने की जरूरत है।
इसके अनुसार, आधारधारकों को सुविधा उपलब्ध कराने के लिये प्राधिकरण ने दस्तावेज अद्यतन करने के लिये नई विशेषता तैयार की है। इसपर ‘माई आधार पोर्टल’, ‘माई आधार ऐप’ के जरिये ‘ऑनलाइन’ पहुंचा जा सकता है। इसके अलावा निवासी वहां जाकर भी सुविधा का लाभ उठा सकते हैं, जहां आधार बन रहे हैं।
जो नई विशेषता जोड़ी गयी है, उसके जरिये आधारधारक नाम और फोटो लगे पहचान पत्र और निवास स्थान के पते (नाम और पता) के साक्ष्य के साथ ब्योरा फिर से अद्यतन कर सकते हैं।
यूआईडीआई के ताजा कदम से लोगों को अपने आधार ब्योरे को दोबारा से जांचने का मौका मिलेगा। ऑनलाइन सुविधा के लिये शुल्क 25 रुपये और आधार केंद्र के जरिये सूचना अद्यतन कराने पर 50 रुपये लगेंगे।
सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा राशन की दुकानों और स्थानीय हाट के आसपास शिविर लगाए जाएंगे। राज्य स्थानीय स्तर पर उपयुक्त व्यवस्था के लिये काम कर रहे हैं।
उसने कहा कि इसके साथ यूआईडीएआई का बुनियादी ढांचा नये आंकड़ों के अद्यतन का भार वहन करने के लिये पूरी तरह से तैयार है। क्रियान्वयन के स्तर पर मसलों को दूर करने के लिये पिछले दो महीनों में पायलट आधार पर 40 जिलों में सफल परीक्षण किये गये हैं।
सूत्रों ने कहा कि यूआईडीएआई के पास क्षमता है और प्राधिकरण चाहता है कि जिस आधार को अद्यतन करने की जरूरत है, उसे अद्यतन किया जाए।
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