कानपुर (उत्तर प्रदेश), 20 मई उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने अवैध टेलीफोन एक्सचेंज संचालित करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शनिवार को इसकी जानकारी दी।
एटीएस द्वारा जारी बयान के अनुसार, उत्तर प्रदेश एटीएस को कई दिनों से कानपुर महानगर में इंटरनेशनल गेटवे को बाईपास कर विदेश से आने वाली अन्तरराष्ट्रीय कॉल्स को अवैध टेलीफोन एक्सचेंज के जरिये लोकल कॉल्स में परिवर्तित करने की सूचना मिल रही थी।
बयान में कहा गया कि अन्तरराष्ट्रीय गेटवे को बाईपास करने के कारण कॉलर की पहचान करना असंभव हो जाता है, इससे हवाला, आतंकवादी गतिविधियों के लिए आर्थिक सहयोग आदि राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की आशंका बढ़ जाती है और साथ ही देश के राजस्व की भी क्षति होती है।
एटीएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "हमने एटीएस की कानपुर इकाई और स्थानीय अधिकारियों की मदद से खुफिया जानकारी जुटाई और दो प्रमुख आरोपी व्यक्तियों को पकड़ने में सफल रहे।"
एटीएस ने कहा कि गिरफ्तार लोगों के पास से 13 सक्रिय सिम बॉक्स, चार मॉडम, छह मोबाइल, दो लैपटॉप व एयरटेल और बीएसएनएल मोबाइल कंपनियों के 4059 प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड, सहित इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं।
अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान कानपुर नगर के बेकनगंज थाना क्षेत्र के बेगमगंज नजीराबाद निवासी मिर्जा असद (30) और कर्नलगंज थाना क्षेत्र के सिविल लाइंस इमली रोड निवासी शाहिद जमाल (44) के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया कि दोनों ने अपना अपराध कबूल किया। आरोपियों ने एटीएस टीम को गिरोह से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी भी दी है। एटीएस टीम सूचनाओं के आधार पर साक्ष्य संकलन कर रही है।
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