हैदराबाद, एक अप्रैल प्रश्न पत्र लीक मामले में तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) के सचिव और एक सदस्य गवाह के रूप में शनिवार को राज्य पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) के समक्ष पेश हुए।
टीएसपीएससी के सचिव और सदस्य को नोटिस जारी कर आज एसआईटी के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया था।
इस बीच, विपक्षी दलों भाजपा, कांग्रेस और वाईएसआरटीपी ने शनिवार को प्रश्न पत्र लीक मामले में बीआरएस सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास किया।
तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस समिति ने राज्य सरकार के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को पत्र लिखकर टीएसपीएससी द्वारा कराई गई ग्रुप-1 की प्रारंभिक परीक्षा और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र कथित रूप से लीक होने से जुड़े कथित भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की जांच करने की मांग की है।
वाईएसआरटीपी का कहना है कि उसकी अध्यक्ष वाई. एस. शर्मिला ने टीपीसीसी के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी और राज्य में भाजपा के अध्यक्ष बी. संजय कुमार को फोन किया और उनसे केसीआर सरकार के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने का अनुरोध किया। उन्होंने केसीआर सरकार पर ‘बेरोजगार युवाओं को धोखा देने और उन्हें आत्महत्या तथा अवसाद में धकेलने का आरोप लगाया।’’
यहां, पत्रकारों से बातचीत में संजय कुमार ने सवाल किया कि मौजूदा न्यायाधीश द्वारा प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच करवाने में बीआरएस सरकार को क्या तकलीफ है।
भाजपा मामले की जांच वर्तमान न्यायाधीश से कराने की मांग कर रही है।
गौरतलब है कि टीएसपीएससी की सहायक इंजीनियर (सिविल) भर्ती परीक्षा समेत अन्य परीक्षाओं के प्रश्न पत्र चुराने तथा लीक करने में शामिल होने के आरोप में 13 मार्च से लेकर अब तक कुल 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें टीएसपीएससी के कुछ कर्मचारी भी शामिल हैं।
टीएसपीएससी ने प्रश्न पत्र लीक होने के आरोपों के बाद पांच मार्च को हुई सहायक इंजीनियर भर्ती परीक्षा को 15 मार्च को अमान्य घोषित कर दिया था।
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