देहरादून, 11 जनवरी महत्वाकांक्षी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के पहले नवनिर्मित रेलवे स्टेशन ऋषिकेश से सोमवार को रेलगाड़ियों का विधिवत संचालन शुरू हो गया।
करीब 16,216 करोड़ रुपये की लागत से बन रही इस परियोजना के पहले स्टेशन, न्यू ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर सुबह साढ़े दस बजे जम्मू-तवी एक्सप्रेस पहुंची जिसका योगनगरी के लोगों ने दिल खोलकर स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक 125 किलोमीटर लंबी ऋषिकेश—कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। परियोजना को 2024-25 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी इस परियोजना पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और समय-समय पर वह इसकी प्रगति की समीक्षा करते रहे हैं।
मुख्यमंत्री रावत ने इस परियोजना के लिए प्रधानमंत्री मोदी और रेल मंत्री पीयूष गोयल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का उत्तराखंड से विशेष लगाव है और प्रदेशवासियों का पहाड़ में रेल का सपना जल्द ही साकार होने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना और चारधाम ऑल वेदर सड़क परियोजना प्रदेश के लिए जीवनरेखा साबित होगी और इनके शुरू होने पर राज्य में आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी और बड़े पैमाने पर आजीविका के साधन विकसित होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘वह दिन दूर नहीं, जब पर्यटक और श्रद्धालु रेलगाड़ी से आएंगे और उत्तराखंड के स्थानीय लोग भी अपने उत्पाद शहरों और बाजारों तक रेलगाड़ी से पहुंचा रहे होंगे।’’
आगामी हरिद्वार कुंभ के आयोजन के दौरान ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से भी रेलगाड़ियों के संचालित होने से तीर्थयात्रियों को भी सुविधा होगी।
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