देश की खबरें | बुली बाई ऐप मामले में तीन लोग गिरफ्तार, गुमराह करने के लिए किया गया सिख नामों का इस्तेमाल

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. मुंबई पुलिस ने बुधवार को कहा कि ‘बुली बाई’ ऐप के सिलसिले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें मुस्लिम महिलाओं की तस्वीर ऑनलाइन पोस्ट कर उन्हें बदनाम किया जा रहा था।

मुंबई, पांच जनवरी मुंबई पुलिस ने बुधवार को कहा कि ‘बुली बाई’ ऐप के सिलसिले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें मुस्लिम महिलाओं की तस्वीर ऑनलाइन पोस्ट कर उन्हें बदनाम किया जा रहा था।

पुलिस ने यह भी दावा किया कि ऐसा लगता है कि आरोपियों ने अपने ट्विटर हैंडल में सिख समुदाय से संबंधित नामों का इस्तेमाल किया था, जिससे कि लोगों को गुमराह किया जा सके और आरोपियों की पहचान न हो पाए।

इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यहां बताया कि शहर पुलिस की साइबर इकाई द्वारा उत्तराखंड से गिरफ्तार की गई 18 वर्षीय महिला श्वेता सिंह मुख्य आरोपी है, जिसने ऐप का ट्विटर हैंडल बनाया था।

उन्होंने दावा किया कि सिंह ने 12वीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण की है और वह इंजीनियरिंग करने की योजना बना रही थी।

इससे पहले दिन में, मुंबई के पुलिस आयुक्त हेमंत नगराले ने संवाददाताओं से कहा कि इस मामले में कुछ और लोगों के शामिल होने की आशंका है।

मामले में बुधवार तड़के उत्तराखंड से मयंक रावल (21) को गिरफ्तार किया गया। श्वेता सिंह को मंगलवार को उत्तराखंड के ही रुद्रपुर से गिरफ्तार किया गया था, जबकि इंजीनियरिंग के छात्र विशाल कुमार झा (21) को सोमवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था।

नगराले ने कहा कि मुंबई पुलिस ने दो जनवरी को ऐप के बारे में शिकायत मिलने के बाद प्राथमिकी दर्ज की, जिसके बाद जांचकर्ताओं ने ऐप और संबंधित ट्विटर हैंडल का तकनीकी विश्लेषण शुरू किया।

उन्होंने कहा, "तकनीकी विश्लेषण के दौरान, हमने ऐप के अनुयायियों के बारे में जानकारी एकत्र की और आरोपी की तलाश शुरू की।"

नगराले ने दावा किया कि बेंगलुरु निवासी विशाल कुमार झा, सिविल इंजीनियरिंग द्वितीय वर्ष का छात्र है, जो हैंडल के पांच फॉलोअर में से एक था।

नगराले ने मामले के बारे में महाराष्ट्र के बाहर कुछ "स्थानीय अधिकारियों" द्वारा की गई टिप्पणियों पर भी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह अनुचित है क्योंकि उनके पास पूरी जानकारी नहीं है।

मुंबई पुलिस आयुक्त ने यह पूछे जाने पर टिप्पणी करने से इनकार किया कि क्या मामले के आरोपी 'सुल्ली डील' मामले में भी शामिल थे (जहां मुस्लिम महिलाओं को लक्षित करने वाली एक समान वेबसाइट बनाई गई थी)। उन्होंने कहा कि दूसरे मामले की जांच दिल्ली पुलिस द्वारा की जा रही है।

ऐप को ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म गिटहब पर होस्ट किया गया था। बाद में इसे प्लेटफॉर्म ने ब्लॉक कर दिया। असल में यह कोई वास्तविक 'नीलामी' या 'बिक्री' नहीं थी। ऐप का उद्देश्य लक्षित महिलाओं को अपमानित करना और डराना था, जिनमें से कई सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कथित 18 वर्षीय मुख्य आरोपी श्वेता सिंह के पिता की कोविड-19 से और उसकी मां की कैंसर से मौत हो गई थी।

मुंबई पुलिस ने आज शाम एक विज्ञप्ति में कहा कि मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाने वाले 'बुली बाई' ऐप के प्रचार में शामिल लोगों ने गुमराह करने के लिए ट्विटर हैंडल पर सिख समुदाय से जुड़े नामों का इस्तेमाल किया।

पुलिस ने कहा कि इससे सांप्रदायिक तनाव पैदा हो सकता था और तीन आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी से यह टल गया।

विज्ञप्ति में कहा गया, "सिख समुदाय से संबंधित नामों का इस्तेमाल यह दिखाने के लिए किया गया कि ये ट्विटर हैंडल उस समुदाय के लोगों द्वारा बनाए गए हैं।"

इसमें कहा गया है कि जिन महिलाओं को निशाना बनाया गया, वे मुस्लिम थीं, इसलिए ऐसी संभावना थी कि इससे "दो समुदायों के बीच दुश्मनी" पैदा हो सकती थी और "सार्वजनिक शांति भंग" हो सकती थी।

पुलिस ने कहा, "चूंकि आरोपियों को समय पर गिरफ्तार कर लिया गया", इससे समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा होने की स्थिति टल गई।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि ऐप के ट्विटर हैंडल पर दी गई जानकारी में दावा किया गया है कि इसका निर्माता "केएसएफ खालसा सिख फोर्स" है, जबकि एक अन्य ट्विटर हैंडल, "खालसा सुप्रीमैसिस्ट" इसका फॉलोअर था।

इसमें कहा गया कि तकनीकी विश्लेषण के दौरान, पुलिस ने दयानंद सागर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, बेंगलुरु के सिविल इंजीनियरिंग द्वितीय वर्ष के छात्र विशाल कुमार झा (21) को इसमें शामिल पाया।

विज्ञप्ति में कहा गया कि झा द्वारा कथित तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले खालसा सुप्रीमैसिस्ट हैंडल में यूजर की लोकेशन कनाडा बताई गई है।

इसमें कहा गया है कि वह "तवस्या वत्स" नामक एक यूट्यूब चैनल भी चलाता था।

पुलिस ने उसके पास से एक मोबाइल फोन, दो सिम कार्ड और एक लैपटॉप बरामद किया है। इसने बताया कि आरोपी मयंक रावल भी इंजीनियरिंग का छात्र है।

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