नयी दिल्ली, तीन अक्टूबर देश के पूर्वी हिस्से में बारिश और गरज के साथ बौछारों के बीच झारखंड में आसमान से बिजली गिरने से तीन व्यक्तियों की मौत हो गयी जबकि चार अन्य घायल हो गये।
इस बीच, दिल्ली में वायु गुणवत्ता शनिवार सुबह 'मध्यम' श्रेणी में दर्ज की गई और तापमान गिरने तथा हवा की गति कम रहने से इसके अगले दो दिन में 'खराब' श्रेणी में पहुंचने की संभावना है।
दिल्ली में शनिवार को 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 189 दर्ज किया गया। शुक्रवार को वायु गुणवत्ता का औसत 180 रहा।
वायु गुणवत्ता सूचकांक 0 से 50 के बीच 'अच्छा', 51 से 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच 'मध्यम', 201 से 300 के बीच 'खराब', 301 से 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है।
वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान एवं अनुसंधान प्रणाली (सफर) ने बताया है कि शुक्रवार को पंजाब, हरियाणा और दिल्ली की सीमा से लगते पड़ोसी क्षेत्रों में खेतों में पराली जलाने के मामले बढ़े हैं और आने वाले दिनों में यहां वायु की गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंचने की आशंका है।
दिल्ली में न्यूनतम तापमान में भी कमी दर्ज की गई है। शनिवार को न्यूनतम तापमान 20.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य तापमान से एक डिग्री सेल्सियस कम है और बुधवार तक यह 19 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। तापमान कम होने और हवा में ठहराव की वजह से प्रदूषक कण जमीन के निकट ही तैरते रहते हैं, जिससे वायु की गुणवत्ता पर असर पड़ता है।
झारखंड के पलामू जिले में शनिवार को वज्रपात की दो अलग अलग घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि वज्रपात की पहली घटना हुसैनाबाद के शामुडीह गांव में हुई जहां खेत में काम कर रहे 37 वर्षीय रामधुनी मेहता की घटनास्थल पर ही मौत हो गई ।
उन्होंने बताया कि दूसरी घटना छत्तरपुर प्रखण्ड के भीखही गांव में हुई जहां मैदान में खेल रहे दो लड़कों की मौके पर ही मौत हो गई तथा चार अन्य घायल हो गए। मृतकों की पहचान 18 वर्षीय कंचन कुमार और 16 वर्षीय सोनू के रूप में की गयी है।
सूत्रों ने बताया कि घायलों का इलाज छत्तरपुर राजकीय अस्पताल में किया जा रहा है जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदान, ओड़िशा और बिहार में वर्षा और गरज के साथ बौछारें पड़ीं।
विभाग के अनुसार वर्षा के रूक जाने और नमी में गिरावट संकेत है कि दक्षिणपश्चिम मासनूस राजस्थान के अधिकतर हिस्सों, उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों और उत्तर पश्चिम मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों से लौट गया है।
उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और समीप के ओडि़शा तट पर निम्न दबाव के क्षेत्र के प्रभाव से ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बगाल के गंगा के क्षेत्रों में तीन -चार दिनों के दौरान वर्षा होने की संभावना है।
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