श्रीनगर, 30 जनवरी: जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों, महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि उन्हें कांग्रेस नेता राहुल गांधी में उम्मीद की एक किरण नजर आती है. महबूबा और उमर ने भारत जोड़ो यात्रा के लिए राहुल गांधी की सराहना करते हुए महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर राष्ट्रपिता को याद किया. उमर ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष से देश के पश्चिम से पूर्व तक एक यात्रा करने का भी अनुरोध किया और शांति,भाईचारा एवं प्रेम का संदेश फैलाने के लिए उस यात्रा में शामिल होने का वादा किया.उन्होंने कहा, ‘‘मैं राहुल जी और अन्य का स्वागत करता हूं। राहुल जी ने कहा है कि वह कश्मीर अपने घर आए हैं. राहुल जी, यह आपका घर है.
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा ने भारत जोड़ो यात्रा के समापन के उपलक्ष्य के अवसर पर रैली में कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि जम्मू कश्मीर और इस देश से (नाथूराम) गोडसे की विचारधारा ने जो कुछ छीना है, उसे एक गांधी द्वारा न सिर्फ जम्मू कश्मीर को, बल्कि पूरे देश को लौटाया जाएगा.महबूबा और उमर, दोनों ही नेता यात्रा के तहत जम्मू कश्मीर में राहुल की पदयात्रा में शामिल हुए.महबूबा ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने 1947 में विभाजन के समय कहा था कि उन्हें जम्मू कश्मीर में उम्मीद की एक किरण नजर आती है. पीडीपी प्रमुख ने कहा, ‘‘आज, पूरे देश को यह उम्मीद की किरण राहुल गांधी में नजर आ रही है. यह भी पढ़े: Bharat Jodo Yatra: राहुल गांधी ने मदवना से ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के 14वें दिन की शुरुआत की
महबूबा की भावनाओं से सहमति जताते हुए नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यात्रा ने पूरे देश में फिर से उम्मीद जगा दी है.उन्होंने कहा, ‘‘महबूबा मुफ्ती सही हैं। आज ही के दिन गांधीजी शहीद हुए थे। गांधीजी ने 1947 में कहा था उन्हें जम्मू कश्मीर में उम्मीद की एक किरण नजर आती है। इस यात्रा ने शायद एक बार फिर पूरे देश में यह उम्मीद फिर से जगा दी है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं पार्टी को अपनी ओर से तथा अपने पिता फारूक अब्दुल्ला की ओर से बधाई देते हुए उमर ने कहा कि यात्रा सचमुच में बहुत सफल रही है.
उन्होंने कहा, ‘‘देश को इस यात्रा की सख्त जरूरत थी. नेकां नेता ने कहा कि विश्व को यह बताने की कोशिश की गई कि इस देश में सिर्फ एक विचारधारा है, जो संघ परिवार का है और जो साम्प्रदायिक है. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन, इस यात्रा ने यह साबित कर दिया कि देश में भाजपा को पसंद करने वाले लोगों के साथ-साथ भाजपा के बगैर नयी राजनीति चाहने वाले लोग भी हैं, जो एक नयी सोच चाहते हैं, जो भाईचारा चाहते हैं और एक-दूसरे के साथ प्रेम के साथ रहना चाहते हैं.
उमर ने राहुल से देश के पूर्व और पश्चिम को एक और भारत जोड़ो यात्रा से जोड़ने का अनुरोध करते हुए कहा कि वह शांति, भाईचारा एवं प्रेम का संदेश फैलाने के लिए इसमें हिस्सा लेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘राहुल, आपकी यात्रा ने दक्षिण भारत को उत्तर(भारत) से जोड़ दिया। मैं जानता हूं कि आपको कुछ आराम करने की जरूरत है क्योंकि आप (पिछले साल) सितंबर से लगातार पदयात्रा कर रहे हैं, लेकिन मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि पूर्वी भारत को पश्चिमी (भारत) से जोड़ने का वक्त शायद आ गया है.
उन्होंने कहा, ‘‘इस यात्रा के दौरान हमने आपके साथ थोड़ी पदयात्रा की. पूर्व से पश्चित तक, देश का एक बहुत बड़ा हिस्सा है जिसे मैंने नहीं देखा है। यदि आप पूर्व से पश्चिम तक यात्रा करेंगे तो मैं आपके साथ पदयात्रा करूंगा और शांति, भाईचारा एवं प्रेम का संदेश फैलाऊंगा. भारी हिमपात के बीच, उमर ने कहा कि (कश्मीर) घाटी में फिर से हिमपात होना एक शुभ संकेत है.
नेकां उपप्रमुख ने कहा, ‘‘आप (राहुल) अपने साथ श्रीनगर में हिमपात लेकर आए हैं। हम लंबे समय से इसका इंतजार कर रहे थे.यह हिमपात एक शुभ संकेत है, इस हिमपात में हमारे लिए बेहतरी छिपी हुई है। हिमपात ने कार्यक्रम को प्रभावित किया, लेकिन इसने हमारे जीवन में प्रकाश लाया है, जिसके लिए आपका शुक्रिया. रैली के साथ यात्रा संपन्न हो गई, जो पिछले साल सात सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी.
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