नयी दिल्ली, 28 अक्टूबर: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को जी-7 व्यापार मंत्रियों की बैठक में शामिल देशों से सीमापार व्यापार को सुविधाजनक बनाने के लिए एक नियामकीय ढांचे पर सहयोग बढ़ाने का अनुरोध किया. जी-7 समूह के सदस्य देशों के व्यापार मंत्रियों की बैठक जापान के ओसाका में आयोजित हुई है. जापान ने अपनी अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, चिली, इंडोनेशिया और केन्या को भी आमंत्रित किया था.
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस बैठक में गोयल ने सरकारों से आपूर्ति शृंखलाओं की आवाजाही को आसान बनाने और सीमापार व्यापार को सुविधाजनक बनाने के लिए एक नियामकीय ढांचे पर सहयोग करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी और भू-राजनीतिक घटनाओं ने मौजूदा आपूर्ति श्रृंखलाओं की कमजोरियां उजागर की हैं जिससे जिंसों की कीमतों और वैश्विक मुद्रास्फीति में वृद्धि हुई है.
रूस-यूक्रेन युद्ध, इजराइल और हमास के बीच संघर्ष और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताएं दुनिया भर में माल के प्रवाह को प्रभावित कर रही हैं। इन कारणों से भारत के निर्यात पर भी असर पड़ा है. गोयल ने सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी), महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे में निवेश और आपूर्ति श्रृंखलाओं के नवाचार एवं डिजिटलीकरण की जरूरत पर भी जोर दिया. इसके साथ ही गोयल ने आपूर्ति शृंखला के विविधीकरण और कर्मचारियों के कौशल विकास पर भी प्रकाश डाला.
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