मुंबई, 22 नवंबर तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा के बाद सरकार के सुधार उपायों को लेकर चिंता के बीच सोमवार को सेंसेक्स 1,170 अंक का गोता लगा गया। यह करीब सात माह में सेंसेक्स में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है। इसके अलावा पेटीएम के शेयर की कमजोर सूचीबद्धता के बाद उसमें गिरावट का सिलसिला आज भी जारी रहने से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,170.12 अंक यानी 1.96 प्रतिशत के नुकसान के साथ 58,465.89 अंक पर आ गया। सेंसेक्स में लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट आई। यह दो माह में सेंसेक्स का सबसे निचला बंद स्तर है। 12 अप्रैल के बाद यह एक दिन में सेंसेक्स की सबसे बड़ी गिरावट है।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 348.25 अंक यानी 1.96 प्रतिशत टूटकर 17,416.55 अंक पर बंद हुआ।
बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, टाइटन और एसबीआई के शेयर 5.74 प्रतिशत तक टूट गए।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सऊदी अरामको के साथ 15 अरब डॉलर में अपने तेल रिफाइनरी और पेट्रोरसायन कारोबार में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी का प्रस्तावित सौदा रोक दिया है। इन खबरों के बाद रिलायंस के शेयरों में चार प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज हुई।
वहीं दूसरी ओर भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स और पावरग्रिड के शेयर लाभ में रहे। बीएसई में पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस का शेयर 13 प्रतिशत के नुकसान से 1,360.30 रुपये पर आ गया।
एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, ‘‘बीते सप्ताहांत कई घटनाक्रमों के बाद आज अंतत: बाजार में मंदड़िया रुख कायम हो गया। धातु को छोड़कर अन्य सभी खंडों के सूचकांक नीचे आए।’’
उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा से सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के शेयर प्रभावित हुए।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘पेटीएम के शेयर में कमजोरी से बाजार की धारणा प्रभावित हुई। इससे खुदरा खंड से धन का प्रवाह प्रभावित हो सकता है।’’
नायर ने कहा कि तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा से विदेशी संस्थागत निवेशकों के प्रवाह में भी कमी आ सकती है।
अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग के हैंगसेंग में नुकसान रहा। जापान के निक्की, चीन के शंघाई कम्पोजिट और दक्षिण कोरिया के कॉस्पी में लाभ रहा।
दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजारों में सकारात्मक रुख था।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.34 प्रतिशत की बढ़त के साथ 79.16 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया नौ पैसे टूटकर 74.39 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
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