वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि ट्विटर के जरिये रविवार को मामले की जानकारी हुई, जिसके बाद सिकंदराबाद के पुलिस क्षेत्राधिकारी को जांच के लिए कहा गया।
मामले की गहराई से जांच कराई गई। उन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच में दरोगा पवन कुमार को दोषी पाया गया। अहंकार के चलते अकारण एक सभ्य और संत पुरुष के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में पवन कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
ककोड़ थाना इलाके के कमालपुर गांव में मंदिर पर रहने वाले साधु ने बताया कि वह गत दिनों सिकंदराबाद से साइकिल पर जा रहे थे। रास्ते में एक नाके पर पुलिस ने उन्हें रोका और उनका पहचान पत्र मांगा जिस पर बाबा ने कोई पहचान पत्र न होने की बात कही।
फिर बाबा से उनके रहने के ठिकाने के बारे में पता किया गया। इसके बाद उनकी जेब और बैग की तलाशी ली गई। इसके बाद पास में बनी एक इमारत के कमरे में लेजाकर उनके पूरे कपड़े कथित रूप से उतरवा दिए गये।
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