जयपुर, आठ मार्च राजस्थान सरकार ने धौलपुर की युवती वसुंधरा चौहान को पुलिस उपनिरीक्षक पद पर सीधी भर्ती देने का निर्णय किया है जो पिछले दिनों अपनी जान की बाजी लगाकर बस में अपराधियों से भिड़ गयी थी।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर वसुंधरा के साहस की प्रशंसा करते हुए उसकी नियुक्ति को मंजूरी दी।
उल्लेखनीय है कि तीन मार्च को चार पुलिसकर्मियों का एक दल उम्रकैद की सजा भुगत रहे अपराधी धर्मेन्द्र उर्फ लुक्का को धौलपुर में पेशी के बाद रोडवेज बस से भरतपुर की सेवर जेल ले जा रहा था। रास्ते में पांच हथियारबंद बदमाश बस रूकवाकर उसमें सवार हो गए और पुलिसकर्मियों की आंखों में मिर्च पाउडर फेंक कर उनसे हथियार छीनने लगे।
इन बदमाशों में से एक ने देशी कट्टे से गोली चलाकर यात्रियों को डरा दिया। इसी दौरान बस में सवार वसुंधरा और आरएसी जवान कमर सिंह जान की परवाह किए बगैर अपराधियों से भिड़ गए। अंत में बस यात्रियों तथा पुलिसकर्मियों की मदद से हालात काबू में आए।
राज्य सरकार ने आरएसी कांस्टेबल कमर सिंह को हेड कांस्टेबल के पद पर पदोन्नति तथा वसुन्धरा को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित कर चुकी है।
धौलपुर की शिवनगर कॉलोनी निवासी 25 वर्षीय वसुन्धरा ने एनसीसी निदेशालय से ‘सी‘ सर्टिफिकेट प्राप्त किया हुआ है और वह क्रिमिनोलॉजी विषय सहित समाज विज्ञान में एमए उत्तीर्ण है। पुलिस अधीनस्थ सेवा नियमों में उप निरीक्षक की सीधी भर्ती के लिए एनसीसी के ‘सी’ सर्टिफिकेट धारक तथा क्रिमिनोलॉजी में डिग्री प्राप्त अभ्यर्थी को साक्षात्कार में प्राथमिकता देने का प्रावधान है।
हालांकि नियुक्ति के लिए उसे राजस्थान पुलिस अधीनस्थ सेवा नियम 1989 के नियम 17 (2) (ए) के तहत आयु, शैक्षणिक योग्यता, शारीरिक दक्षता, मेडिकल फिटनेस एवं चरित्र सत्यापन की अर्हता को पूरा करना होगा।
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