जरुरी जानकारी | कंपनियों के तिमाही नतीजों, वैश्विक रुख से तय होगी शेयर बाजार की दिशा : विश्लेषक
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह कंपनियों के तिमाही नतीजों, वैश्विक रुझान और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की गतिविधियां से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है।
नयी दिल्ली, 21 जनवरी शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह कंपनियों के तिमाही नतीजों, वैश्विक रुझान और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की गतिविधियां से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है।
यह सप्ताह कम कारोबार सत्रों का रहेगा। 22 जनवरी को बाजार में अवकाश रहेगा। महाराष्ट्र सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के कारण छुट्टी की घोषणा की है। इसके अलावा शुक्रवार 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर शेयर बाजार बंद रहेंगे।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘सप्ताह के दौरान अमेरिका के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े, बैंक ऑफ जापान (बीओजे) और यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) के ब्याज दर पर निर्णय से बाजार की दिशा तय होगी।’’
सप्ताह के दौरान एक्सिस बैंक, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, बजाज ऑटो, डीएलएफ, एसीसी और जेएसडब्ल्यू स्टील अपने तीसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा करेंगी।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लि. के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘यह कम कारोबारी सत्रों वाला सप्ताह है। कई कंपनियों के तिमाही नतीजों की वजह से बाजार में शेयर विशेष गतिविधियां देखनी को मिलेंगी। इसके अलावा बीओजे और ईसीबी के ब्याज दर पर निर्णय और अमेरिका के जीडीपी आंकड़े बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे।’’
बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,144.8 अंक या 1.57 प्रतिशत नीचे आया। एनएसई और बीएसई ने 20 जनवरी यानी शनिवार को सामान्य कारोबारी सत्र आयोजित किए।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘
आगामी बजट को लेकर उम्मीदें और क्षेत्र विशेष गतिविधियां बाजार को दिशा देंगी। वैश्विक स्तर पर सभी की निगाह जापान की मौद्रिक नीति और अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों पर रहेगी। इसके अलावा निवेशक भू-राजनीतिक घटनाक्रमों पर भी नजर रखेंगे।’’
मीणा ने कहा, ‘‘पिछले सप्ताह बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव देखा गया। इससे सेंसेक्स और निफ्टी में एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। बैंक निफ्टी का प्रदर्शन काफी खराब रहा।’’
उन्होंने कहा कि एचडीएफसी बैंक के नतीजों के बाद विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की आक्रामक बिकवाली से बाजार पर दबाव और बढ़ गया है।
मास्टर कैपिटल सर्विसेज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा, ‘‘कंपनियों के तीसरी तिमाही के नतीजे महत्वपूर्ण रहेंगे। सप्ताह के दौरान एक्सिस बैंक, बजाज ऑटो, केनरा बैंक, सिएट, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, टाटा स्टील, एसीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील और कई अन्य कंपनियां अपने दिसंबर तिमाही के नतीजों की घोषणा करेंगी। इसके अलावा बाजार घरेलू वैश्विक घटनाक्रमों, एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक), डीआईआई (घरेलू संस्थागत निवेशक) के निवेश के रुख, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और कच्चे तेल की कीमतों से भी दिशा लेगा।’’
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