भोपाल: एक मई लॉकडाउन के कारण भिवंडी (महाराष्ट्र) से साइकिल से अपने घर महाराजगंज (उत्तर प्रदेश) जा रहे 50 वर्षीय एक प्रवासी मजदूर की 390 किलामीटर की दूरी तय करने के बाद मध्यप्रदेश के सेंधवा के निकट मौत हो गयी. मृतक मजदूर के साथियों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण भिवंडी में कोई काम नहीं मिलने के कारण तबारक मंसूरी (50) और 11 अन्य श्रमिक अलग- अलग साइकिलों से घर वापस जा रहे थे. मुम्बई- आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर सेंधवा के पास बृहस्पतिवार को मंसूरी की तबियत बिगड़ने के बाद उसका निधन हो गया.
मंसूरी के साथ दूसरी साइकिल पर उत्तर प्रदेश जा रहे रमेश पंवार ने बताया कि लॉकडाउन के चलते भिवंडी में उन्हें कोई काम नहीं मिल रहा था, इसलिये वह अपने 11 साथियों के साथ साइकिल पर भिवंडी से महाराजगंज के लिए निकल पड़े. भिवंडी से महाराजगंज के बीच की दूरी लगभग 1600 किलोमीटर है. मंसूरी के एक अन्य साथी ने बताया कि हम सभी श्रमिक भिवंडी में पॉवरलूम में काम करते थे और वहां से साइकिल से 25 अप्रैल को चले थे।पंवार ने कहा कि महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की सीमा पर सेंधवा के पास बृहस्पतिवार को मंसूरी की तबियत अचानक खराब हो गयी और संभवत: दिल का दौरा पड़ने और थकान के चलते उसकी मौत हो गयी. यह भी पढ़े: लॉकडाउन के चलते शराब नहीं मिली तो कर्नाटक में शख्स ने पी लिया सैनिटाइजर और कफ सिरप, हुई मौत
सेंधवा ग्रामीण पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक वी एस परिहार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है. उन्होंने बताया कि मंसूरी के साथी उसके शव को महाराजगंज में घर ले जाने की मांग कर रहे थे लेकिन लॉकडाउन के चलते उन्हें यह अनुमति नहीं दी गयी है.उन्होंने बताया कि मृतक के शव को सेंधवा में ही दफनाया गया है.
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