भंडारा, 10 जनवरी: महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने रविवार को कहा कि यहां एक अस्पताल में आग लगने से दस नवजात शिशुओं की मौत के बाद राज्य के सभी अस्पतालों का सुरक्षा ऑडिट करने का आदेश दिया गया है. ठाकरे ने दोपहर बाद मुंबई (Mumbai) से यहां पहुंचने के बाद उन शिशुओं के माता-पिता से मुलाकात की, जिनकी शनिवार को हुए हादसे में मौत हो गई थी. उन्होंने अस्पताल के अधिकारियों से भी बात की. मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने हाथ जोडकर पीड़ितों के माता-पिता से मुलाकात की. उन्होंने कहा, ''उनके साथ दुख साझा करने के लिये मेरे पास शब्द नहीं हैं.''
ठाकरे ने कहा, ''जांच के आदेश दिया जा चुके हैं, जिसमें यह भी पता लगाया जाएगा कि आग दुर्घटनावश लगी या फिर यह सुरक्षा रिपोर्ट को नजरअंदाज करने का नतीजा है.'' उन्होंने कहा, ''मैंने यह पता लगाने का भी आदेश दिया है कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान राज्य के किसी अस्पताल में सुरक्षा नियमों की अनदेखी तो नहीं की जा रही. '' यह भी पढ़े: औरंगाबाद को संभाजीनगर कहने में कुछ नया नहीं है: उद्धव ठाकरे.
ठाकरे ने कहा कि घटना से संबंधित सुरक्षा पहलुओं की जांच के लिये एक टीम का गठन किया गया है. दौरे के दौरान ठाकरे के साथ महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) भी थे.
महाराष्ट्र के भंडारा (Bhandara) जिले में चार मंजिला जिला अस्पताल की नवजात शिशु विशेष देखभाल इकाई में शनिवार को आग लगने से 10 बच्चों की मौत हो गई थी. भंडारा जिला राज्य की राजधानी मुंबई से लगभग 900 किलोमीटर दूर है. एक अधिकारी ने कहा कि आग शुक्रवार देर रात करीब डेढ़ बजे लगी थी.
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