देश की खबरें | ठाकरे ने कोंकण क्षेत्र में अपनी खोई जमीन हासिल करने को ठाना, खुद की पार्टी को असली शिवसेना कहा
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मुंबई, आठ अप्रैल शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र के तटीय कोंकण क्षेत्र में खोई जमीन वापस हासिल करेगी, जहां उसे पिछले साल लोकसभा और विधानसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली प्रतिद्वंद्वी शिवसेना पर कटाक्ष करते हुए ठाकरे ने कहा कि केवल एक ही शिवसेना है और वह उनकी अगुवाई वाली है।
यहां बांद्रा में अपने निजी आवास 'मातोश्री' में पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे ने बातचीत में इस बात पर जोर दिया कि महाराष्ट्र के लोगों को इस समय शिवसेना की जरूरत है, क्योंकि यह राज्य में एकमात्र ऐसी राजनीतिक पार्टी है, जो अपने वचन का पालन करती है और वादों को पूरा करती है।
इस अवसर पर मुंबई कांग्रेस के नेता सहदेव पेटकर फिर से शिवसेना (उबाठा) में शामिल हो गए।
ठाकरे ने कहा, ‘‘हम कोंकण पर फिर काबिज होंगे। कोंकण के (चुनाव) परिणाम अप्रत्याशित थे। लोगों को एक बार मूर्ख बनाया जा सकता है, लेकिन हर बार नहीं।’’
विपक्षी महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के घटक शिवसेना (उबाठा) ने पिछले साल महाराष्ट्र में नौ लोकसभा सीट जीती थीं, लेकिन तटीय रायगढ़ और रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग निर्वाचन क्षेत्रों के अपने एक समय के गढ़ों में विजयी होने में विफल रही। इन निर्वाचन क्षेत्रों में क्रमशः राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) एवं भाजपा ने लोकसभा चुनाव जीता था।
नवंबर, 2024 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना (उबाठा) ने इस क्षेत्र में महज एक सीट गुहगर जीती थी। दक्षिण कोंकण में उसका करीब-करीब सफाया हो गया, जहां उसे शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना के हाथों अपना जनाधार गंवाना पड़ा।
चुनावी हार के बाद क्षेत्र से विपक्षी पार्टी (शिवसेना) के कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दी, जिनमें पूर्व विधायक राजन साल्वी भी थे। साल्वी सत्तारूढ़ शिवसेना में शामिल हो गए।
ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि वह उनमें उत्साह पैदा करने और संगठन को मजबूत करने के लिए पूरे कोंकण क्षेत्र का दौरा करेंगे, जहां दशकों तक एकीकृत शिवसेना का दबदबा रहा है।
महाराष्ट्र का तटीय क्षेत्र मुंबई से लेकर दक्षिणी जिले सिंधुदुर्ग तक फैला हुआ है।
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