श्रीनगर, 4 जुलाई: श्रीनगर आतंकवाद मुक्त नहीं है क्योंकि जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) की इस ग्रीष्मकालीन राजधानी में आतंकी किसी न किसी बहाने आते रहते हैं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि आतंकी यहां इलाज कराने, पैसे जुटाने और भविष्य की साजिश रचने के लिए बैठकें करने आते रहते हैं लेकिन सुरक्षा बलों ने यह सुनिश्चित किया है कि वे यहां अपना आधार नहीं बना सकें.
एक सीआरपीएफ जवान को श्रद्धांजलि देने के मौके पर कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने संवाददाताओं से कहा, "श्रीनगर एक ऐसा शहर है जहां आतंकी लगातार आते हैं. कुछ चिकित्सा उपचार के लिए, कुछ पैसे जुटाने और कुछ बैठकें करने आते रहते हैं. इसलिए यह कहना उचित नहीं होगा कि श्रीनगर आतंकवाद मुक्त है. आतंकवादी यहां आते रहेंगे, हम सूचना प्राप्त करते रहेंगे और मुठभेड़ करेंगे."
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शहर के मालबाग इलाके में बृहस्पतिवार रात को हुई मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गए थे. इस अभियान में एक आतंकवादी को भी मार गिराया गया था. पिछले कुछ महीनों से शहर में मुठभेड़ की बढ़ती संख्या के सवाल पर कुमार ने कहा कि यह सुरक्षा बलों द्वारा की गईं निवारक कार्रवाई थीं.
उन्होंने कहा, "श्रीनगर में कोई हमले नहीं हुए थे, ये मुठभेड़ थीं. पुष्ट सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों द्वारा की गई निवारक कार्रवाई थी." कुमार ने कहा कि अगर जिले में कोई मुठभेड़ नहीं होती तो इसका यह मतलब नहीं है कि यहां आतंकवादी नहीं हैं.
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