देश की खबरें | कांग्रेस में खींचतान: पायलट के वफादार विधायक ने गहलोत के करीबी राठौड़ पर निशाना साधा

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस में आंतरिक विवाद समाप्त होता नहीं दिखाई दे रहा है। सचिन पायलट के वफादार विधायक रामनिवास गावड़िया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी सहयोगी और राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़़ पर रविवार को बिना बताए विधायक के निर्वाचन क्षेत्र की यात्रा को लेकर उन पर निशाना साधा है।

जयपुर, 31 अक्टूबर राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस में आंतरिक विवाद समाप्त होता नहीं दिखाई दे रहा है। सचिन पायलट के वफादार विधायक रामनिवास गावड़िया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी सहयोगी और राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़़ पर रविवार को बिना बताए विधायक के निर्वाचन क्षेत्र की यात्रा को लेकर उन पर निशाना साधा है।

उन्होंने (गावड़िया ने) राठौड़़ पर स्थानीय भाजपा नेताओं की मिलीभगत से अपने निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी को कमजोर करने का भी आरोप लगाया।

दूसरी ओर, राठौड़़ ने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी के ‘सच्चे सिपाही’ थे और यह सार्वजनिक है कि किसने पार्टी को नुकसान पहुंचाया था।

आरटीडीसी अध्यक्ष के नागौर जिले के परबतसर में सचिन पायलट के वफादार कांग्रेस विधायक रामनिवास गावड़िया के निर्वाचन क्षेत्र के दौरे पर थे और वहां एक पुरस्कार समारोह सहित कुछ कार्यक्रमों में शामिल हुए, जिसमें भाजपा के एक पूर्व विधायक ने भी भाग लिया।

गावड़िया कांग्रेस के उन विधायकों में से एक थे जिन्होंने जुलाई 2020 में राजस्थान में सियासी संकट में सचिन पायलट के नेतृत्व में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह किया था।

बिना बताए राठौड़़ के दौरे पर सवाल उठाते हुए गावड़िया ने कहा कि राठौड़़ भाजपा के साथ सांठगांठ कर पार्टी को कमजोर कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि राठौड़ कोई जननेता नहीं हैं और वह जहां भी जा रहे हैं पार्टी को कमजोर करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले को पार्टी आलाकमान तक पहुंचाया जाएगा।

उन्होंने एक वीडियो में कहा “धर्मेंद्र राठौड़ परबतसर आए और भाजपा कार्यकर्ता उनका नेतृत्व कर रहे थे। वह भाजपा के लोगों के साथ घूमते रहे। इस मामले को पार्टी आलाकमान तक ले जाया जाएगा। ”

उन्होंने कहा कि धर्मेंद्र राठौड़ कोई जननेता नहीं हैं, वह चापलूसी से अध्यक्ष बने हैं और एक कागजी नेता हैं।

जब आरटीडीसी अध्यक्ष से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि यह पहले से ही सार्वजनिक है कि किसने भाजपा के साथ मिलकर पार्टी को नुकसान पहुंचाने का काम किया था।

राठौड़़ ने सचिन पायलट और उनके वफादार विधायकों पर निशाना साधते हुए कहा कि हर कोई जानता है कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी को कितना नुकसान पहुंचाता है। उन्होंने कहा कि वे भाजपा की गोद में बैठ गए और अशोक गहलोत सरकार को गिराने की कोशिश की।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं कांग्रेस का सच्चा सिपाही हूं और रहूंगा।’’ भाजपा नेता के साथ एक कार्यक्रम में शामिल होने के आरोप पर उन्होंने कहा कि यह राजपूत समुदाय का कार्यक्रम है और ऐसे कार्यक्रम पार्टी से परे होते हैं।

वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने गावड़िया के बयान के बारे में पूछे जाने पर कहा कि सभी को मर्यादा में रहकर वही काम करना चाहिए जो कांग्रेस की रीति-नीति एवं संस्कार में है।

हाल ही में सितंबर माह में राज्य में एक राजनीतिक संकट पैदा हो गया था, जब गहलोत के वफादार विधायकों ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भाग नहीं लिया और गहलोत के स्थान पर सचिन पायलट को नए मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त करने के पार्टी के किसी भी कदम के खिलाफ आगाह करते हुए विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा सौंप दिया था।

उल्लेखनीय है कि दिसंबर 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बहुमत मिला तो मुख्यमंत्री पद के लिए गहलोत और पायलट आमने-सामने थे। पार्टी आलाकमान ने गहलोत को मुख्यमंत्री बनाया और पायलट को उपमुख्यमंत्री पद दिया गया। लेकिन विधायक गावड़िया सहित 18 अन्य विधायकों ने पायलट के नेतृत्व में जुलाई 2020 में गहलोत के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह कर दिया था।

कुंज पृथ्वी

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