नयी दिल्ली, 14 सितंबर सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज की पूर्ण स्वामित्व वाली एक अनुषंगी इकाई ने भारत में सेरेब्रल इस्केमिक स्ट्रोक के इलाज के वास्ते इस्तेमाल की जाने वाली दवा के व्यावसायीकरण के लिए अमेरिका स्थित फार्माज़ इंक के साथ समझौता किया है।
मुंबई स्थित दवा कंपनी की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनियों में से एक ने देश में प्रथम श्रेणी की नवोन्वेषी दवा, टायवलजी के व्यावसायीकरण के लिए अमेरिका स्थित बायोफार्मास्युटिकल कंपनी के साथ एक लाइसेंस समझौता किया है।
संभावित वैश्विक उपयोग के लिए फार्माज़ द्वारा बनाई गई ‘सोवेटेलटाइड’ के सेरेब्रल इस्केमिक स्ट्रोक के इलाज के लिए कारगार होने के संकेत मिले हैं।
कंपनी के अनुसार, समझौते की शर्तों के तहत सन फार्मा को भारत में टायवलजी (सोवेटेलटाइड) ब्रांड नाम के तहत सोवेटेलटाइड के विपणन का अधिकार दिया गया है। फार्माज़ रॉयल्टी सहित अग्रिम तथा महत्वपूर्ण भुगतान का हकदार होगा।
सन फार्मा इंडिया बिजनेस की मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कीर्ति गनोरकर ने कहा , ‘‘ भारत में टायवलजी के लिए किए गए तीसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण ने इस्केमिक स्ट्रोक के न्यूरोलॉजिकल परिणामों में सांख्यिकीय तथा नैदानिक रूप से सार्थक सुधार दिखा है।’’
फार्माज़ के निदेशक मंडल के अध्यक्ष अनिल गुलाटी ने कहा, ‘‘ मेरा मानना है कि सेरेब्रल इस्केमिक स्ट्रोक वाले रोगियों के लिए टायवलजी के विपणन के वास्ते फार्माज़ के लिए सन फार्मा सबसे सही भागीदार है।’’
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