चंडीगढ़, सात दिसंबर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेता सुखबीर सिंह बादल ने शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में एक गुरुद्वारे के बाहर सेवादार के तौर पर ‘सेवा’ की।
पैर में फ्रैक्चर के कारण व्हीलचेयर पर बैठे बादल ने कीर्तन भी सुना और सामुदायिक रसोई में बर्तन भी धोए।
पूर्व उपमुख्यमंत्री को ‘जेड प्लस’ सुरक्षा प्राप्त है जिसके चलते वह सुरक्षाकर्मियों के घेरे में गुरुद्वारे पहुंचे। उन्होंने सेवादार के नीले वस्त्र पहने हुए थे और सुबह नौ बजे से एक घंटे तक एक हाथ में कृपाण लेकर गुरुद्वारे के प्रवेश द्वार पर बैठे रहे।
अकाल तख्त ने पंजाब में 2007 से 2017 तक शिअद और उसकी सरकार द्वारा की गई ‘गलतियों’ के लिए सुखबीर सिंह बादल की ‘तनखैया’ (धार्मिक सजा) का सोमवार को ऐलान किया था। शनिवार को उनके प्रायश्चित का पांचवां दिन है।
अकाल तख्त ने बादल को अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के अलावा तख्त केसगढ़ साहिब, तख्त दमदमा साहिब और मुक्तसर और फतेहगढ़ साहिब में दो-दो दिन ‘सेवादार’ के रूप में काम करने को कहा है।
स्वर्ण मंदिर में अपने प्रायश्चित के दूसरे दिन चार दिसंबर को पूर्व आतंकी नारायण सिंह चौरा ने उन पर गोली चलाने का प्रयास किया जिसमें वह बाल-बाल बच गए। सादे कपड़ों में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ कर और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
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