जयपुर, 14 दिसंबर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार को कहा कि नारी की सुदृढ़ एवं सम्मानजनक स्थिति एक उन्नत, समृद्ध और मजबूत समाज व राष्ट्र का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि इसके मद्देनजर हमारी सरकार का एक वर्ष महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा और कल्याण को समर्पित रहा है।
शर्मा राज्य सरकार का एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में उदयपुर में आयोजित राज्य स्तरीय महिला सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष प्रदेश की जनता ने हमें सेवा का जो मौका दिया, उसमें माता-बहनों की आधी आबादी की महत्वपूर्ण भागीदारी रही।
आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि किसी भी समाज को उन्नत और प्रगतिशील बनाने में पुरुष एवं महिला दोनों की भूमिका होती है।
उन्होंने कहा कि महिलाएं एक माता के रूप में अपने बच्चे में संस्कृति, सभ्यता और मानवीय गुणों के विकास में प्रारंभ से ही महत्वपूर्ण योगदान देती हैं इसलिए माता को बच्चे का प्रथम गुरु भी कहा गया है।
शर्मा ने कहा, “सरकार बनने के बाद हमने उस संकल्प को अपना ध्येय मानकर नारी सुरक्षा और नारी कल्याण के लिए काम किया है।”
उन्होंने कहा कि राज्य में सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के साथ होने वाली छेड़छाड़ की घटनाओं की रोकथाम एवं बच्चियों व महिलाओं को भयमुक्त वातावरण प्रदान करने के लिए हमने राज्य में 500 ‘कालिका पेट्रोलिंग यूनिट’ के गठन का निर्णय किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मासिक मानदेय 10 प्रतिशत बढ़ाया है।
बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना से प्रदेश की लगभग 4.50 लाख महिलाएं लाभान्वित हुई हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने योजना के तहत दी जाने वाली पांच हजार रुपये की राशि को बढ़ाकर 6,500 रुपये कर दिया है और शनिवार को 1500 रुपये की अतिरिक्त राशि 70 हजार महिलाओं के खातों में जमा कराई गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस एक वर्ष में उठाए गए कदमों से हमारे राज्य की महिलाएं आत्मनिर्भर, सशक्त और सम्मानित हुई हैं।
उन्होंने कहा कि यह तो बस शुरुआत है, आने वाले समय में हम राज्य महिलाओं को उनके सपने साकार करने के लिए हर अवसर उपलब्ध कराएंगे।
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