मुंबई, 15 दिसंबर अनुकूल घरेलू वृहद-आर्थिक आंकड़ों और अमेरिका में ब्याज दर को लेकर चिंताएं कम होने से स्थानीय शेयर बाजार के दोनों प्रमुख सूचकांक शुक्रवार को नए शिखर पर पहुंच गए। बीएसई सेंसेक्स 969 अंक से अधिक उछलकर पहली बार 71,000 अंक के स्तर को पार कर गया।
कारोबारियों ने कहा कि विदेशी निवेशकों की निरंतर खरीदारी के बीच सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), प्रौद्योगिकी एवं धातु शेयरों में भारी खरीदारी होने से घरेलू इक्विटी बाजार की तेजी को रफ्तार मिली। घरेलू बाजारों में लगातार तीसरे दिन बढ़त रही।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 969.55 अंक यानी 1.37 प्रतिशत की बड़ी छलांग लगाते हुए 71,483.75 के अपने रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 1,091.56 अंक यानी 1.54 प्रतिशत तक बढ़कर 71,605.76 पर पहुंच गया था जो इसका उच्चतम कारोबारी स्तर है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 273.95 अंक यानी 1.29 प्रतिशत चढ़कर 21,456.65 के अपने नए शिखर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान इसने 309.6 अंक यानी 1.46 प्रतिशत की तेजी के साथ 21,492.30 के अपने रिकॉर्ड कारोबारी स्तर को भी छुआ।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे ने कहा, "निफ्टी का ऊपर की तरफ बढ़ने का सिलसिला बाजार पर तेजड़ियों के नियंत्रण से मेल खाता है। एक नया सर्वकालिक उच्च स्तर हासिल कर सूचकांक ने लगातार सातवें हफ्ते में बढ़त के साथ समापन किया है।"
साप्ताहिक आधार पर बीएसई सेंसेक्स में कुल 1,658.15 अंक यानी 2.37 प्रतिशत की तेजी रही जबकि एनएसई निफ्टी में 487.25 अंक यानी 2.32 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज में शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "बाजार में उछाल जारी रहा क्योंकि निवेशकों को उम्मीद है कि अमेरिका की आर्थिक वृद्धि पर छाए बादल 2024 की दूसरी छमाही तक छंट जाएंगे और मौद्रिक नीति के सामान्य होने से अर्थव्यवस्था की रफ्तार और तेज होगी।’’
विश्लेषकों के मुताबिक, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर को अपरिवर्तित रखने और अगले साल दर में कटौती के संकेत देने से भारतीय इक्विटी बाजारों में लगातार विदेशी पूंजी का प्रवाह बढ़ा है और इसने शेयरों में तेजी को बढ़ावा दिया है।
इसके अलावा घरेलू स्तर पर कई सकारात्मक आर्थिक आंकड़ों ने भी तेजी को बल दिया है। सितंबर तिमाही की वृद्धि दर 7.6 प्रतिशत रही है और विनिर्माण क्षेत्र का पीएमआई 56 पर जा चुका है। कच्चे तेल की कीमतें 76 डॉलर प्रति बैरल के करीब आने से भी धारणा को मजबूती मिली है।
सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से एचसीएल टेक्नोलॉजीज में सर्वाधिक 5.58 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। इसके बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और इन्फोसिस, भारतीय स्टेट बैंक, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, एनटीपीसी और विप्रो का स्थान रहा।
इसके उलट नेस्ले, भारती एयरटेल, मारुति और आईटीसी के शेयरों में गिरावट का रुख रहा।
अधिक शेयरों का प्रतिनिधित्व करने वाला बीएसई स्मालकैप सूचकांक में 0.58 प्रतिशत की तेजी रही लेकिन मिडकैप सूचकांक में 0.07 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
क्षेत्रवार सूचकांकों में आईटी खंड में 4.41 प्रतिशत, प्रौद्योगिकी खंड में 3.64 प्रतिशत और धातु खंड में 1.78 प्रतिशत का उछाल रहा। हालांकि एफएमसीजी (दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियां), वाहन, रियल्टी एवं सेवा क्षेत्रों में गिरावट रही।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग चढ़कर बंद हुए जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक निचले स्तर पर बंद हुआ।
यूरोपीय बाजार मिलेजुले रुख के साथ कारोबार कर रहे थे। बृहस्पतिवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए थे।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में उप प्रमुख (खुदरा शोध) देवर्ष वकील ने कहा, "तेजी के बीच बीएसई में सूचीबद्ध सभी कंपनियों का कुल बाजार मूल्यांकन इस सप्ताह 8.55 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 357.78 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया।"
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने अपनी खरीदारी की गति जारी रखी है। उन्होंने बृहस्पतिवार को 3,570.07 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की।
इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.33 प्रतिशत चढ़कर 76.86 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)