खेल की खबरें | स्टार्क आईपीएल के लिए 22 सप्ताह तक बायो-बबल में नहीं रहना चाहते, नीलामी से हटे

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मेलबर्न, 30 जनवरी आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क ने कहा है कि उन्होंने अंतिम समय में आईपीएल नीलामी से बाहर होने का विकल्प चुना क्योंकि वह बायो-बबल (जैव सुरक्षित माहौल) में और 22 सप्ताह नहीं बिताना चाहते थे।

    शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के साल के सर्वश्रेष्ठ पुरुष क्रिकेटर का खिताब जीतने वाले स्टार्क ने कहा, ‘‘मैं नीलामी में शामिल होने से बस एक ‘क्लिक’ दूर था, लेकिन मैं व्यक्तिगत रूप से 22 सप्ताह और बायो-बबल में नहीं बिताना चाहता था।’’

उन्होंने ‘ईएसपीएन.इन’ से कहा, ‘‘ऐसा समय भी आयेगा जब मैं आईपीएल में वापस जाना पसंद करूंगा लेकिन ऑस्ट्रेलिया के लिए जितना हो सके उतना अधिक खेलना चाहता हूं, यह एक ऐसा निर्णय है जो मैंने कुछ समय के लिए लिया है।’’

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी)  के इस पूर्व खिलाड़ी ने अब तक आईपीएल के केवल दो सत्रों में ही भाग लिया है।  उन्होंने इस दौरान 27 मैचों में 37 विकेट हासिल किए हैं।

स्टार्क के लिए 2018 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने 9.4 करोड़ रुपये की बोली लगायी थी लेकिन आईपीएल सत्र की शुरुआत से कुछ सप्ताह पहले दक्षिण अफ्रीका दौरे पर लगी चोट के कारण उन्हें बाहर होना पड़ा था।

इस 32 साल के खिलाड़ी ने  शनिवार को कहा था कि कुछ समय पहले ही वह खेल छोड़ने की कगार पर थे।

स्टार्क अपने स्तर के तेज गेंदबाज के मुताबिक विकेट नहीं ले पा रहे थे और अधिक रन लुटा रहे थे। मैदान के बाहर वह अपने पिता के कैंसर से पीड़ित होने के कारण परेशान थे।

भारत के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में खराब प्रदर्शन के बाद भी स्टार्क टीम में अपनी जगह बचाने में सफल रहे थे लेकिन उन्होंने इस दौरान अपने पिता को इस खतरनाक बीमारी से खो दिया।

आस्ट्रेलियाई पुरुष क्रिकेट में सर्वोच्च व्यक्तिगत पुरस्कार एलन बॉर्डर मेडल जीतने के बाद स्टार्क ने कहा, ‘‘जाहिर है कि पिछला साल मैदान पर और बाहर विशेष रूप से कठिन था।’’

उन्होंने कहा, "मैं शायद वह क्रिकेट नहीं खेल पाया जो मैं चाहता था और कुछ ऐसे भी पल आये जब मैं शायद क्रिकेट बिल्कुल भी नहीं खेलना चाहता था।’’

उन्हें भारत के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के बाद काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था। उन्होंने इस श्रृंखला में 40.72 की औसत से सिर्फ 11 विकेट चटकाये थे।

उन्होंने हालांकि एशेज श्रृंखला में शानदार वापसी करते हुए 25.37 की औसत से 19 विकेट लिये थे और टीम को यादगार जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।

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