
नासा चाहता है कि अंतरिक्ष स्टेशन में यह नया दल वहां मौजूद विलियम्स और विल्मोर से मुलाकात करे ताकि विल्मोर और विलियम्स ‘ऑर्बिटिंग लैब’ में होने वाली घटनाओं के बारे में नए लोगों को बता सकें. माना जा रहा है कि अगर मौसम सही रहा तो दोनों फंसे अंतरिक्ष यात्रियों को अगले सप्ताह फ्लोरिडा के तट के निकट जलक्षेत्र में उतारा जाएगा.
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के कैनेडी स्पेस सेंटर से कक्षा में पहुंचने वाले इस नए दल में नासा के ऐनी मैक्लेन और निकोल एयर्स शामिल हैं तथा दोनों सैन्य पायलट हैं. इनके अलावा जापान के ताकुया ओनिशी और रूस के किरिल पेस्कोव भी रवाना हुए हैं और दोनों एयरलाइन कंपनियों के पूर्व पायलट हैं. ये चारों लोग विल्मोर और विलियम्स के धरती के लिए रवाना होने के बाद अगले छह महीने अंतरिक्ष स्टेशन में बिताएंगे, जिसे सामान्य अवधि माना जाता है. यह भी पढ़ें : ‘हम नहीं भागेंगे, हम कायर नहीं हैं’…असदुद्दीन ओवैसी ने होली पर मुस्लिमों को घर में रहने की अपील पर सवाल उठाए
उड़ान के कुछ ही मिनटों बाद मैक्लेन ने कहा, ‘‘अंतरिक्ष उड़ान मुश्किल है, लेकिन इंसान उससे भी अधिक जटिल है.’’ विल्मोर और विलियम्स बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल से पांच जून को केप कैनवेरल से रवाना हुए थे. दोनों एक सप्ताह के लिए ही गए थे लेकिन अंतरिक्ष यान से हीलियम के रिसाव और वेग में कमी के कारण ये लगभग नौ माह से अंतरिक्ष स्टेशन में फंसे हुए हैं.