नई दिल्ली, 24 नवंबर: कश्मीर के बड़े हिस्से में बीते दिन (सोमवार) को इस मौसम की पहली बर्फबारी (Snowfall) हुई, जिसके कारण उत्तर भारत (North India) के अधिकतर हिस्सों में तापमान में गिरावट आई. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सर्द हवाओं के बीच न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम 6.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो पिछले 17 साल में नवंबर के महीने में दर्ज किया गया सबसे कम तापमान है. आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी में मंगलवार और बृहस्पतिवार के बीच चक्रवात 'निवार' के आने की आशंका के मद्देनजर प्राधिकारी इससे निपटने की तैयारियों में जुट गए हैं.
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (National Disaster Management Committee) ने सोमवार को यहां बैठक की और तूफान के मद्देनजर अनेक उपायों पर विचार करने के साथ ही संबंधित राज्य सरकारों समेत अनेक पक्षों को प्रभावित क्षेत्रों में किसी की जान नहीं जाने देने और सामान्य स्थिति जल्द बहाल करने का निर्देश दिया. राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को सर्द हवाओं के बीच न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम 6.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले 17 साल में इस महीने में दर्ज किया गया सबसे कम तापमान है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने यह जानकारी दी.
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विभाग ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो इस महीने का सबसे कम तापमान था. आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केन्द्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, "सफदरजंग वेधशाला ने न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि नवम्बर महीने में 2003 से दर्ज किया गया सबसे कम तापमान है. तब 6.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था." दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगभग दस दिनों बाद सोमवार को अत्यंत खराब श्रेणी में दर्ज की गई और धीमी हवाओं के कारण अगले दो दिनों में इसके और खराब होने की आशंका है.
दिल्ली के 'पीएम 2.5' प्रदूषण में पराली जलाये जाने से निकलने वाले प्रदूषकों की हिस्सेदारी रविवार को 12 प्रतिशत थी जबकि सोमवार को यह छह प्रतिशत थी. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) के मोबाइल ऐप समीर के अनुसार सोमवार की सुबह शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 281 दर्ज किया गया जबकि शाम को यह 302 पहुंच गया. यह रविवार को 274 था. शनिवार को यह 251, शुक्रवार को 296, बृहस्पतिवार को 283 और बुधवार को 211 था.
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी एजेंसी ‘सफर’ के अनुसार हालांकि पराली जलाये जाने की घटनाएं कम हो गई हैं.
सफर के अनुसार, "दिल्ली की हवा में पीएम 2.5 में पराली जलाये जाने की हिस्सेदारी आज छह प्रतिशत रही." कश्मीर के ज्यादातर मैदानी इलाकों में सोमवार को मौसम की पहली बर्फबारी हुई. घाटी के ऊंचाई पर स्थित क्षेत्रों में सामान्य से अधिक बर्फबारी हुई जिसके चलते घाटी को लद्दाख से जोड़ने वाला श्रीनगर-लेह मार्ग बंद हो गया. मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर और श्रीनगर-लेह मार्ग के सोनमर्ग-जोजिला अक्ष के ऊंचाई पर स्थित इलाकों के लिए ‘ऑरेंज’ चेतावनी जारी की जिसमें प्रशासन और लोगों से सतर्कता बरतने और तैयार रहने को कहा गया है. विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू और सोनमर्ग-द्रास अक्ष पर कुछ स्थानों पर, कश्मीर के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी हुई तथा कुछ स्थानों पर भारी बर्फबारी हुई.
अधिकारी ने बताया कि उत्तर कश्मीर के गुलमर्ग में रात के दौरान चार इंच तक बर्फ गिरी, दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में दस सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई. उन्होंने बताया कि ऊंचाई पर स्थित इलाकों में बर्फबारी अंतिम रिपोर्ट आने तक हो रही थाी तथा यह जारी रहेगी. घाटी में कई स्थानों पर बारिश भी हुई. यातायात नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया कि बर्फबारी के कारण श्रीनगर-लेह मार्ग के साथ-साथ घाटी को जम्मू क्षेत्र से जोड़ने वाला वैकल्पिक मार्ग मुगल रोड भी बंद हो गया. श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर बर्फबारी के बीच भी यातायात जारी है.
हरियाणा के हिसार में राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान (5.9 डिग्री सेल्सियस) दर्ज किया गया, जबकि पंजाब में बठिंडा सबसे ठंडा स्थान रहा और वहां न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. राजस्थान के एकमात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू में पारा जमाव बिंदु पर पहुंच गया है. मौसम विभाग ने इसकी जानकारी दी. राज्य के बाकी इलाकों में भी अच्छी खासी सर्दी पड़ रही है वहीं मौसम विभाग ने अगले दो दिन में राज्य के कई जिलों में बादल छाये रहने तथा हल्की बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है. विभाग के अनुसार बीती रविवार माउंट आबू में न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक आर एस शर्मा के अनुसार वर्तमान परिस्थिति के अनुसार 24-25 नवंबर को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है. इसके प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, नागौर, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरु तथा आसपास के क्षेत्रों में 24 नवंबर को आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा 25 नवंबर को इन जिलों में मेघगर्जन के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है. उनके अनुसार राज्य के अन्य स्थानों पर हल्के बादल व मौसम मुख्यतः शुष्क रहने तथा न्यूनतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने की संभावना है. पछुआ हवा चलने से पिछले दो दिनों में उत्तर प्रदेश के मौसम में काफी तब्दीली आयी है और राज्य के कुछ पूर्वी हिस्सों में शीतलहर चली.
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आंचलिक मौसम केन्द्र के निदेशक जे.पी. गुप्ता ने सोमवार को बताया कि पिछले सप्ताह उत्तराखण्ड के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण वहां से आयी ठंडी हवा के कारण उत्तर प्रदेश में तापमान में गिरावट आयी है. इससे ठंड बढ़ गयी. हालांकि आने वाले एक-दो दिन में तापमान कुछ सामान्य होने की संभावना है.उन्होंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है, जिसके कारण पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश होगी. इससे उत्तर प्रदेश में न्यूनतम तापमान में कुछ वृद्धि होगी.
मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के पूर्वी हिस्सों के कुछ इलाकों में शीतलहर चली. पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के गोरखपुर, प्रयागराज, वाराणसी, बरेली तथा आगरा मण्डलों में न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी नीचे दर्ज किया गया. इसके अलावा अयोध्या, कानपुर, लखनऊ तथा मेरठ मण्डलों में भी यह सामान्य से कम रहा. इस अवधि में मुजफ्फरनगर राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
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