नयी दिल्ली, 21 अगस्त श्रद्धा वालकर के पिता ने दिल्ली की एक अदालत को सोमवार को बताया कि उनकी बेटी ने अपने ‘गंभीर गुस्से की समस्या’ या आफताब अमीन पूनावाला से ‘ पहले गाली-गलौज’ करने के बारे में उन्हें कभी नहीं बताया।
पूनावाला (श्रद्धा का लिव-इन पार्टनर) ने श्रद्धा की हत्या करने के बाद उसके शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिये थे।
पिता ने इस बात से भी इनकार किया कि उनकी बेटी ने उन्हें बताया था कि वह अपने पिता के आक्रामक व्यवहार या दुर्व्यवहार के खिलाफ मां का बचाव नहीं करने को लेकर खुद को दोषी मानती थी।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश मनीषा खुराना कक्कड़ के समक्ष पूनावाला के वकील द्वारा अभियोजन गवाह के रूप में विकास मदन वालकर से जिरह की जा रही थी।
पूनावाला पर पिछले साल 18 मई को श्रद्धा वालकर की हत्या का आरोप है। बचाव पक्ष के वकील अक्षय भंडारी ने कुछ वीडियो क्लिप चलाकर विकास मदन वालकर से कई सवाल पूछे। विडियो क्लिप में श्रद्धा को एक मनोचिकित्सक या काउंसलर से बतचीत करते दिखया गया है।
भंडारी ने पूछा, ‘‘क्या यह सही है कि उक्त वीडियो में आपकी बेटी ने काउंसलर से कहा कि आप अपनी पत्नी को पीटा करते थे? क्या यह सही है कि आपकी बेटी भी कह रही है कि वह इसलिए खुद को दोषी महसूस करती है कि वह आपके आक्रामक व्यवहार या दुर्व्यवहार से अपनी मां का उचित तरीके से बचाव नहीं कर सकी? आपकी बेटी जो कह रही है वह क्या सही है कि एक बार जब आपने डरा दिया था तो उसने अपनी माता का बचाव करने का प्रयास किया?’’
वालकर ने अपने जवाब में कहा, ‘‘यह सही है कि उसने वीडियो में ऐसा कहा है। हालांकि, उसने यही बात मुझसे कभी नहीं कही।’’
बचाव पक्ष के वकील ने वालकर से पूछा कि क्या यह सही है कि वीडियो में आपकी बेटी कह रही है कि उसे गुस्सा आता है और वह (पूनावाला के साथ) पहले गाली-गलौज करती है?
वकील ने पूछा कि क्या यह सही है कि आपकी बेटी कह रही है कि आरोपी उसका बहुत मददगार था और कभी भी उसे कुछ भी करने से नहीं रोका? क्या यह सही है कि काउंसल को यह कहते सुना जा रहा है कि मृतका गुस्से की गंभीर समस्या से ग्रस्त थी?
लेकिन हर सवाल के जवाब में वालकर ने कहा कि उनकी बेटी ने कभी भी इनमें से किसी मुद्दे के बारे में उनसे बात नहीं की।
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