नयी दिल्ली, 29 नवंबर दिल्ली की एक अदालत ने रोहिणी स्थित विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएससी) में आफताब अमीन पूनावाला की नार्को जांच कराने की मंगलवार को अनुमति दे दी। पूनावाला के वकील ने यह जानकारी दी।
पूनावाला के वकील अबिनाश कुमार ने बताया कि पुलिस ने आरोपी को एक दिसंबर और पांच दिसंबर को रोहिणी स्थित प्रयोगशाला ले जाने की अनुमति दिए जाने का अनुरोध किया था, जिसे अदालत ने मंजूर कर लिया।
पुलिस ने इससे पहले बताया था कि एफएसएल के विशेषज्ञों का एक दल रोहिणी स्थित बाबा साहेब आंबेडकर अस्पताल में नार्को जांच करेगा।
पूनावाला (28) पर अपनी ‘लिव-इन पार्टनर’ श्रद्धा वालकर की हत्या करने और उसके शव के 35 टुकड़े करने का आरोप है। आरोप है कि उसने शव के टुकड़ों को दक्षिण दिल्ली में महरौली के अपने घर में करीब तीन सप्ताह तक 300 लीटर के एक फ्रिज में रखा और फिर कई रातों तक उसे शहर के विभिन्न स्थानों पर फेंकता रहा।
पूनावाला को लेकर जा रही एक पुलिस वैन पर सोमवार को एफएसएल के बाहर कुछ हथियारबंद लोगों द्वारा हमला किए जाने के मद्देनजर प्रयोगशाला के पास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पूनावाला को पॉलीग्राफ जांच के लिए सोमवार को एफएसएल ले जाया गया था, तभी उस पर हमला हुआ।
इस तथा-कथित घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर हैं। उनमें से एक वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी हमलावरों को चेतावनी देने के लिए अपनी पिस्तौल निकाल रहा है।
पुलिस ने पूनावाला को 12 नवंबर को गिरफ्तार किया, जिसके बाद उसे पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया। पुलिस हिरासत को 17 नवंबर को पांच दिनों के लिए बढ़ा दिया गया।
अदालत ने 22 नवंबर को फिर से पूनावाला को चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा और उसके बाद 26 नवंबर को उसे 13 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
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