औरंगाबाद, 25 जून महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले में शनिवार को शिवसेना कार्यकर्ताओं ने पार्टी के बागी विधायकों तानाजी सावंत और ज्ञानराज चौगले के खिलाफ प्रदर्शन किया। इसके अलावा नांदेड़ में भी बालाजी कल्याणकर के विरुद्ध उनके आवास के बाहर प्रदर्शन किया गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
शिवसेना के ज्यादातर विधायकों ने पार्टी से बगावत कर राज्य सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे के साथ गुवाहाटी में डेरा डाला है जिसकी वजह से उद्धव ठाकरे नीत सरकार पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।
उस्मानाबाद नगर परिषद में शिवसेना नेता सोमनाथ गौरव ने कहा, “सावंत और चौगले एकनाथ शिंदे के गुट में शामिल हो गए हैं। सावंत को पहले मंत्री बनाया गया था, चौगले ने भी पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीता था।”
उन्होंने कहा कि इन नेताओं के निर्वाचन क्षेत्रों में करोड़ों रुपये की विकास परियोजनाएं चल रही हैं और ठाकरे नीत राज्य सरकार ने उनके लिए पैसा दिया है। गौरव ने कहा कि अगर उन्हें कुछ कहना था तो उन्हें मुख्यमंत्री से मिलकर कहना चाहिए था।
उन्होंने कहा, “अब ऐसा सुनने में आ रहा है कि शिंदे अपने गुट के विधायकों के लिए बाल ठाकरे के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं। शिंदे को इसके लिए विधायकों के नामों का इस्तेमाल करना चाहिए बाल ठाकरे का नहीं। वे उनके नाम का इस्तेमाल करने लायक नहीं हैं।”
शिवसेना कार्यकर्ता उस्मानाबाद शहर के रामनगर इलाके में सावंत के कार्यालय पर पहुंचे और नारेबाजी की तथा बैनर फाड़ दिए। इसी प्रकार, नांदेड़ (उत्तर) में विधायक कल्याणकर के घर के बाहर शाम को प्रदर्शन किया गया। स्थानीय नेता भुजंग पाटिल ने कहा, “पहले हम सोच रहे थे कि कल्याणकर गलती से चले गए लेकिन अब हम आश्वस्त हैं कि वह अपनी मर्जी से गए। आज जिले के पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रतीकात्मक रूप से उनका दाह संस्कार कर विरोध जताया।”
उन्होंने कहा, “कल्याणकर हमारे लिए मर चुके हैं। उद्धव ठाकरे और बाल ठाकरे को छोड़ने वाला जीवित नहीं रह सकता। हम उनसे तत्काल वापस आने की अपील करते हैं। या तो वह (विधायक पद से) इस्तीफा देने के बाद ही नांदेड़ वापस लौटें। नांदेड़ में पार्टी कार्यकर्ता यह बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
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