मुंबई, 11 दिसंबर महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल शिवसेना द्वारा अपने तीन नेताओं को नये कैबिनेट में मौका नहीं देने की संभावना हैं, जबकि वे पिछली सरकार में भी मंत्री थे, क्योंकि उनके प्रदर्शन को लेकर शिकायतें हैं। पार्टी के एक नेता ने इसकी जानकारी दी।
शिवसेना नेता ने बताया कि पार्टी उनके स्थान पर नए चेहरों को कैबिनेट में शामिल कर सकती है।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के एक सहयोगी और पार्टी विधायक ने कहा कि कई विधायकों ने कुछ मंत्रियों के बारे में चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि तीन पूर्व मंत्री - कोंकण, पश्चिमी महाराष्ट्र और मराठवाड़ा से एक-एक - पार्टी विधायकों के लिए भी पहुंच से बाहर थे।
सहयोगी ने कहा, ‘‘हमने उपमुख्यमंत्री (शिंदे) के समक्ष यह मुद्दा उठाया है और मांग की है कि उन्हें कैबिनेट में शामिल नहीं किया जाना चाहिए। वे अपनी पार्टी के विधायकों से भी मुलाकात नहीं करते थे।’’
यह घटनाक्रम शिवसेना के भीतर मंथन को दर्शाता है, जिसके 57 विधायक हैं।
इस बीच एक संबंधित घटनाक्रम में शिंदे के कार्यालय ने कहा कि वह मंत्रिमंडल विस्तार पर बातचीत के लिए दिल्ली नहीं गए हैं।
शिंदे के कार्यालय ने कहा कि उनका दिल्ली जाने का कोई कार्यक्रम नहीं है।
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