जरुरी जानकारी | वित्तीय कंपनियों के शेयरों में तेजी से सेंसेक्स, निफ्टी तीन महीने के उच्च स्तर पर

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. वित्तीय कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी सोमवार के तीन महीने के उच्च स्तर पर बंद हुए। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले और दुनिया के कुछ भागों में नये मामलों में तेजी को लेकर चिंता के बावजूद घरेलू शेयर बाजारों में मजबूती रही।

मुंबई, 22 जून वित्तीय कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी सोमवार के तीन महीने के उच्च स्तर पर बंद हुए। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले और दुनिया के कुछ भागों में नये मामलों में तेजी को लेकर चिंता के बावजूद घरेलू शेयर बाजारों में मजबूती रही।

कारोबार के दौरान 482 अंक मजबूत होने के बाद 30 शेयरों वाला सेंसेक्स अंत में 179.59 अंक यानी 0.52 प्रतिशत मजबूत होकर 34,911.32 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स का यह 11 मार्च के बाद उच्च स्तर है।

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इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 66.80 अंक यानी 0.65 प्रतिशत मजबूत होकर 10,311.20 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी का यह 11 मार्च के बाद उच्च स्तर है।

कारोबार के दौरान दोनों सूचकांकों में तेजी का कारण औषधि कंपनियों के शेयरों में मजबूती थी। इसका कारण कोविड-19 की दवाएं बनाने के लिये घरेलू नियामकीय मंजूरी है।

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इसके अलावा पिछले सप्ताह हिंसक झड़प के बाद भारत और चीनी सेनाओं के बीच बातचीत शुरू होने से भी निवेशकों की जोखिम लेने की क्षमता बेहतर हुई है।

सेंसेक्स के शेयरों में बजाज ऑटो सर्वाधिक लाभ में रहा। कंपनी का शेयर करीब 7 प्रतिशत मजबूत हुआ। इसके अलावा बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, कोटक बैंक, पावरग्रिड और एक्सिस बैंक में भी तेजी रही।

दूसरी तरफ ओएनजीसी, एचडीएफसी, टीसीएस और रिलायंस इंडस्ट्रीज नुकसान में रहीं।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में फिर वैश्विक स्तर पर तेजी को लेकर चिंता के बावजूद घरेलू बाजार बढ़त के साथ बंद हुए।’’

उन्होंने कहा कि बाजार ने घरेलू औषधि कंपनियों को कोविड-19 के इलाज के लिये दवा बनाने की नियामकीय मंजूरी पर ध्यान दिया। इससे यह उम्मीद बनी है कि सुधारों में तेजी आएगी।

दोपहर के कारोबार के दौरान बैंक, वित्तीय सेवा, धातु और मझोली कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बढ़त बनी रही।

जून में नकदी की स्थिति भी सकारात्मक रही। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने अबतक घरेलू पूंजी बाजार में शुद्ध रूप से 17,985 करोड़ रुपये लगाये हैं।

हालांकि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव बना हुआ है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 14,821 नये मामले आये। इससे कुल संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 4,25,282 पहुंच गयी है। वहीं 13,699 लोगों की मौत हुई है।

इस बीच, आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भारत और चीनी सेनाओं ने गलवान घाटी में पिछले सप्ताह हिंसक झड़प के बाद तनाव कम करने के लिये लेफ्टिनेंट-जनरल स्तर पर दूसरे दौर की वार्ता की।

एशिया के अन्य बाजारों में चीन में शंघाई, हांगकांग, दक्षिण कोरिया का सोल तथा जापान का तोक्यो नुकसान में रहे।

हालांकि यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में तेजी का रुख रहा।

इस बीच, ब्रेंट क्रूड का वायदा भाव 0.28 प्रतिशत घटकर 42.07 डॉलर प्रति बैरल रहा।

वहीं डॉलर के मुकाबले रुपया 17 पैसे मजबूत होकर 76.03 पर बंद हुआ।

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