नयी दिल्ली, 23 दिसंबर भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी पूरी तरह से फिट नहीं होने के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी दो टेस्ट मैचों की टीम के चयन की दौड़ से बाहर रहेंगे। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने सोमवार को यह जानकारी दी।
शमी (34 साल) भारत के लिए पिछला टूर्नामेंट नवंबर 2023 में वनडे विश्व कप फाइनल में खेले थे और इसके बाद टखने की सर्जरी के कारण उन्हें लंबे समय तक बाहर रहने पर मजबूर होना पड़ा।
उन्होंने इस चोट से उबर कर पिछले महीने रणजी मैच में मध्यप्रदेश के खिलाफ बंगाल का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने इस मैच में 43 ओवर गेंदबाजी की थी।
भारतीय टीम में वापसी की उम्मीदों को पुख्ता करने के लिए शमी ने सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी (एसएमएटी) के दौरान बंगाल के सभी नौ मैच खेले।
वह विजय हजारे ट्रॉफी के लिए बंगाल की टीम का भी हिस्सा हैं, लेकिन शनिवार को दिल्ली के खिलाफ शुरुआती मैच में नहीं खेले। उनकी फिटनेस पर काफी बहस और अटकलें लगाई जा रही हैं। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने ब्रिसबेन टेस्ट के बाद राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के फिजियो से इस मामले पर स्पष्टता मांगी थी। शमी को एसएमएटी खेलते समय घुटनों में सूजन आ गई थी और इस संबंध में बीसीसीआई की ओर से आखिरकार सोमवार को स्पष्टीकरण आया।
बीसीसीआई की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘‘ मौजूदा चिकित्सा मूल्यांकन के आधार पर बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने निर्धारित किया है कि उनके घुटने को नियमित गेंदबाजी के भार से सामंजस्य बैठाने के लिए और समय की आवश्यकता है। ऐसे में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के शेष दो टेस्ट के लिए उनके नाम पर विचार करने के लिए फिट नहीं माना गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ शमी बीसीसीआई के ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ में मेडिकल स्टाफ के मार्गदर्शन में इससे उबरने की प्रक्रिया जारी रखेंगे के साथ वह खेल के सबसे लंबे प्रारूप की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी गेंदबाजी भार को बढ़ाना जारी रखेंगे। विजय हजारे ट्रॉफी में उनकी भागीदारी उनके घुटने की प्रगति पर निर्भर करेगी।’’
बोर्ड की मेडिकल टीम ने कहा कि अनुभवी तेज गेंदबाज एड़ी की चोट से पूरी तरह से उबर चुके हैं। वह इसी चोट के कारण एकदिवसीय विश्व कप के बाद से खेल से दूर रहे हैं।
बीसीसीआई ने कहा, ‘‘ ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ में बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के साथ उनकी दाहिनी एड़ी की सर्जरी के बाद उनकी रिहैबिलिटेशन पर काम किया है। शमी एड़ी की इस समस्या से पूरी तरह से उबर चुके हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ चोट से उबरने के बाद गेंदबाजी के कारण घुटने की जोड़ पर अधिक भार पड़ने से उनके बाएं घुटने में मामूली सूजन आ गई है। लंबे समय के बाद अधिक गेंदबाजी करने के कारण यह सूजन अपेक्षित स्तर पर है।’’
शमी ने चोट से उबर कर वापसी पर रणजी मैच में 43 ओवर गेंदबाजी की थी।
इसके बाद उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के अपने सभी नौ मैच में गेंदबाजी करने के साथ टेस्ट मैचों के लिए तैयार होने के लिए अतिरिक्त गेंदबाजी सत्रों में भी भाग लिया था।
शमी ने 64 टेस्ट में 229, 101 एकदिवसीय में 195 और 23 टी20 अंतरराष्ट्रीय में 24 विकेट लिये है।
उनकी गैरमौजूदगी में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत को जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी पर बहुत अधिक निर्भर रहना पड़ रहा है।
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