पुणे, छह जून महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री अजित पवार ने शनिवार को कहा कि निजी अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के इलाज में बरती जा रही कथित लापरवाही गंभीर मामला है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस ‘अनैतिक प्रवृत्ति’ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कोविड-19 से उत्पन्न स्थितियों के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए पवार ने कहा, ‘‘ संक्रमित मरीजों के इलाज के दौरान निजी अस्पतालों द्वारा बरती जा रही लापरवाही गंभीर मामला है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ किसी भी अनैतिक प्रवृत्ति में शामिल ऐसे अस्पतालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’’
कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र के स्कूलों को दोबारा खोलने के मुद्दे पर पवार ने कहा कि बच्चों को कोविड-19 के दुष्प्रभावों से बचाने के लिए सभी जरूरी एहतियातों के अपनाने के साथ जल्द इस पर फैसला लिया जाएगा।
पवार ने कहा कि राज्य में कई लोग लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि अर्थव्यवस्था और सार्वजनिक गतिविधियों को चरणबद्ध तरीके से दोबारा खोलने के लिए महाराष्ट्र ने ‘‘मिशन दोबारा शुरू’’ आरंभ किया है। हालांकि, राज्य में 30 जून तक लॉकडाउन लागू रहेगा।
पवार ने कहा, ‘‘ अर्थव्यवस्था को दोबारा शुरू करने की जरूरत है लेकिन यह अनुशासन के साथ किया जाना चाहिए। यह देखा गया है कि कई लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ अधिकारी उचित कार्रवाई करें।’’
इस बीच, महामारी नियंत्रण पर राज्य सरकार के सलाहकार डॉ.सु सालुंखे ने कहा कि संक्रमितों को उनके इलाके में ही इलाज उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाएं मुहैया कराई जानी चाहिए क्योंकि वहां मामले बढ़ रहे हैं।
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