मुंबई, पांच अक्टूबर ऊर्जा, सूचना प्रौद्योगिकी तथा बैंक शेयरों में लिवाली से मंगलवार को सेंसेक्स 446 अंक चढ़ गया। वैश्विक बाजारों के सकारात्मक रुख से भी बाजार में तेजी आई।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कमजोर रुख के साथ खुलने के बावजूद अंत में 445.56 अंक या 0.75 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,744.88 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में लाभ दर्ज हुआ है।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 131.05 अंक या 0.74 प्रतिशत के लाभ से 17,822.30 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक का शेयर सबसे अधिक 4.60 प्रतिशत चढ़ गया। भारती एयरटेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचसीएल टेक, टाइटन, एशियन पेंट्स और टीसीएस के शेयर भी लाभ में रहे।
वहीं दूसरी ओर सनफार्मा, आईटीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील और नेस्ले इंडिया के शेयर 1.36 प्रतिशत तक टूट गए। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 20 बढ़त के साथ बंद हुए।
रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईटी कंपनियों ने बाजार के लाभ में सबसे ज्यादा योगदान दिया।
आशिका स्टॉक ब्रोकिंग लि. के प्रमुख-शोध (खुदरा) अरिजीत मलाकर ने कहा, ‘‘ऊर्जा, आईटी, तेल एवं गैस तथा बिजली कंपनियों की अगुवाई में भारतीय बाजार मंगलवार को लाभ के साथ बंद हुए। कच्चे तेल और गैस की कीमतों में बढ़ोतरी अपस्ट्रीम तेल एवं गैस कंपनियों की दृष्टि से सकारात्मक है। इसका सबसे अधिक फायदा रिलायंस इंडस्ट्रीज, ओएनजीसी और ऑयल इंडिया जैसी कंपनियों को मिलेगा।’’
उन्होंने कहा कि आईटी क्षेत्र की कंपनियों का दूसरी तिमाही का परिणाम भी अच्छा रहने की उम्मीद है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू बाजार कमजोरी के साथ खुले। अमेरिकी बाजारों के कमजोर रुख के साथ बंद होने की वजह से निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया। हालांकि, यूरोपीय बाजारों की मजबूती से यहां धारणा को बल मिला।’’
वृहद आर्थिक मोर्चे पर सितंबर में भी देश की सेवा क्षेत्र की गतिविधियां बढ़ीं। मांग बेहतर होने तथा कोविड-19 अंकुशों में ढील से सेवा क्षेत्र की गतिविधियां बेहतर रहीं। हालांकि, अगस्त की तुलना में इनकी रफ्तार कम हुई। अगस्त में यह 18 माह के उच्चस्तर पर पहुंच गई थीं।
देश का सेवा व्यापार गतिविधि सूचकांक अगस्त में 56.7 पर था जो सितंबर में घटकर 55.2 पर आ गया।
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप 0.54 प्रतिशत तक चढ़ गए।
अन्य एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की नुकसान में रहे। हांगकांग के हैंगसेंग में लाभ रहा। चीन के शंघाई कम्पोजिट में अवकाश था। दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार लाभ में थे।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.47 प्रतिशत की बढ़त के साथ 81.64 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 13 पैसे टूटकर 74.44 प्रति डॉलर पर आ गया। शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को शुद्ध रूप से 860.50 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
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