Sensex Update: बिकवाली के जोर में सेंसेक्स 714 अंक गिरा, निफ्टी भी फिसला
पिछले दो दिनों से घरेलू शेयर बाजारों में जारी तेजी पर शुक्रवार को विराम लग गया. कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच इंफोसिस एवं रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे प्रमुख शेयरों में हुई बिकवाली से मानक सूचकांक सेंसेक्स 714.53 अंक तक लुढ़क गया.
मुंबई, 22 अप्रैल : पिछले दो दिनों से घरेलू शेयर बाजारों में जारी तेजी पर शुक्रवार को विराम लग गया. कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच इंफोसिस एवं रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे प्रमुख शेयरों में हुई बिकवाली से मानक सूचकांक सेंसेक्स 714.53 अंक तक लुढ़क गया. विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की निकासी जारी रहने से भी कारोबारी धारणा प्रभावित हुई. सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिवस पर बीएसई सेंसेक्स 714.53 अंक यानी 1.23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,197.15 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह एनएसई का प्रमुख सूचकांक निफ्टी भी 220.65 अंक यानी 1.27 प्रतिशत के नुकसान के साथ 17,171.95 अंक पर आ गया. बीएसई में कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 776.96 अंक तक गिरकर 57,134.72 अंक पर खिसक चुका था. लेकिन बाद में इसमें थोड़ा सुधार हुआ.
सेंसेक्स की तीस कंपनियों में से एसबीआई, एचयूएल, इंडसइंड बैंक, डॉ रेड्डीज, एक्सिस बैंक, बजाज फिनसर्व, आईसीआईसीआई बैंक और इंफोसिस को काफी नुकसान उठाना पड़ा. इसके उलट महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारती एयरटेल, मारुति सुजूकी, आईटीसी, एशियन पेंट्स एवं एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शेयर लाभ के साथ बंद हुए. एशिया के अन्य बाजारों में टोक्यो, हांगकांग एवं सोल के बाजार नुकसान के साथ बंद हुए जबकि शंघाई हल्की बढ़त पर रहा. वहीं यूरोप में बाजार दोपहर के सत्र में नुकसान पर चल रहे थे. बृहस्पतिवार को अमेरिकी बाजार भी नुकसान के साथ बंद हुए थे. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, "किसी स्पष्ट दिशा के बगैर उठापटक भरा यह बाजार दैनिक स्तर पर बाह्य एवं आंतरिक दोनों कारकों से प्रभावित हो रहा है. बाह्य स्तर पर अमेरिकी बाजार एक दिन दो फीसदी बढ़ जाता है तो अगले दिन दो फीसदी गिर जाता है." यह भी पढ़ें : Chhattisgarh: सीएम भूपेश बघेल ने उद्योगपतियों को दी बड़ी सौगात, रायपुर की तरह दुर्ग में होलसेल कॉरिडोर बनाने की घोषणा की
उन्होंने कहा, "इसी तरह आंतरिक स्तर पर विदेशी संस्थागत निवेशकों एवं घरेलू संस्थागत निवेशकों के बीच लिवाली-बिकवाली को लेकर होड़ देखने को मिल रही है. ये बाह्य एवं आंतरिक दोनों ही कारक अब डांवाडोल हैं और इसी वजह से बाजार अस्थिर बना हुआ है." इस बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चा तेल मानक ब्रेंट 1.60 फीसदी गिरकर 106.6 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय बाजारों से निकासी जारी रखी है. उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, बृहस्पतिवार को विदेशी निवेशकों ने 713.69 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की.