जरुरी जानकारी | आईटी, पेट्रोलियम शेयरों में बिकवाली से सेंसेक्स 241 अंक टूटा, निफ्टी 23,500 अंक के नीचे फिसला
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. स्थानीय शेयर बाजारों में गिरावट सोमवार को भी जारी रही और बीएसई सेंसेक्स 241 अंक के नुकसान में रहा। वहीं एनएसई निफ्टी लगातार सातवें कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ 23,500 अंक के नीचे आ गया।
मुंबई, 18 नवंबर स्थानीय शेयर बाजारों में गिरावट सोमवार को भी जारी रही और बीएसई सेंसेक्स 241 अंक के नुकसान में रहा। वहीं एनएसई निफ्टी लगातार सातवें कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ 23,500 अंक के नीचे आ गया।
विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने और अमेरिकी बाजारों से कमजोर रुख के संकेत के बीच सूचना प्रौद्योगिकी और पेट्रोलियम कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार में गिरावट आई।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स में लगातार चौथे सत्र में गिरावट रही और यह 241.30 अंक यानी 0.31 प्रतिशत के नुकसान के साथ 77,339.01 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 615.25 अंक तक नीचे आ गया था।
वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में लगातार सातवें दिन गिरावट रही और यह 78.90 अंक यानी 0.34 प्रतिशत टूटकर 23,453.80 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल तीस शेयरों में से टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस, एनटीपीसी, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एक्सिस बैंक, टेक महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, सन फार्मा, इंडसइंड बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज प्रमुख रूप से नुकसान में रहे।
दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में टाटा स्टील, हिंदुस्तान यूनिलीवर, महिंद्रा एंड महिंद्रा, नेस्ले और भारतीय स्टेट बैंक शामिल हैं।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 1,849.87 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
विदेशी निवेशक इस महीने अबतक शेयर बाजारों से 22,420 करोड़ रुपये निकाल चुके हैं। घरेलू बाजार में शेयरों का अधिक मूल्यांकन, चीन में शेयरों का सस्ता होना और अमेरिकी डॉलर के साथ बॉन्ड प्रतिफल में वृद्धि के कारण निवेशक बाजार से पैसा निकाल रहे हैं।
शेयर बाजार शुक्रवार को ‘गुरु नानक जयंती’ के मौके पर बंद था।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बाजार में गिरावट का रुख जारी है। कंपनियों के वित्तीय परिणाम में हल्की वृद्धि और महंगाई के साथ रुपये की विनिमय दर में गिरावट से धारणा प्रभावित हुई। दिसंबर में फेडरल रिजर्व के नीतिगत दर में कटौती की उम्मीद कम होने से आईटी शेयरों में गिरावट रही। नीतिगत दर में कटौती में देरी का मतलब है कि बीएफएसआई (बैंक, वित्तीय सेवाएं और बीमा) खंड में व्यय में देरी होगी।’’
छोटी कंपनियों के शेयरों से जुड़ा बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.69 प्रतिशत और मझोली कंपनियों के शेयरों से संबंधित मिडकैप 0.17 प्रतिशत के नुकसान में रहा।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में जबकि जापान का निक्की और चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहे।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजारों में शुक्रवार को गिरावट रही थी।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.49 प्रतिशत की बढ़त के साथ 71.39 डॉलर प्रति बैरल रहा।
बीएसई सेंसेक्स में बृहस्पतिवार को 110.64 अंक की गिरावट रही थी जबकि एनएसई निफ्टी 26.35 अंक के नुकसान में रहा था।
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